रजिस्ट्री विभाग की आय में 21 फीसद इजाफा

कोरोना संक्रमण काल में एक तरफ जहां सरकारी विभाग अपने लक्ष्य प्राप्ति व राजस्व वसूली न होने को लेकर कोरोना का रोना रो रहे हैं वहीं रजिस्ट्री विभाग ने आय में पिछले साल की अपेक्षा 21 फीसद इजाफा किया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Jan 2021 11:07 PM (IST) Updated:Mon, 18 Jan 2021 11:07 PM (IST)
रजिस्ट्री विभाग की आय में 21 फीसद इजाफा
रजिस्ट्री विभाग की आय में 21 फीसद इजाफा

जागरण संवाददाता, जौनपुर : कोरोना संक्रमण काल में एक तरफ जहां सरकारी विभाग अपने लक्ष्य प्राप्ति व राजस्व वसूली न होने को लेकर कोरोना का रोना रो रहे हैं, वहीं रजिस्ट्री विभाग ने आय में पिछले साल की अपेक्षा 21 फीसद इजाफा किया है। हालांकि रजिस्ट्री विभाग ने 187 करोड़ 64 लाख रुपये लक्ष्य के सापेक्ष 134 करोड़ 85 लाख के राजस्व की ही प्राप्ति की। गत अगस्त के बाद से रजिस्ट्री व बैनामों में कुछ हद तक सुधार हुआ।

वर्ष 2019-20 में रजिस्ट्री विभाग को स्टांप व निबंधन शुल्क से राजस्व प्राप्ति का 207 करोड़ 14 लाख 99 हजार रुपये का लक्ष्य दिया गया था। वहीं, वर्ष 2020-21 में इसे बढ़ाकर 251 करोड़ सात लाख कर दिया गया है। यह पिछले साल की अपेक्षा 21.20 फीसद बढ़ोत्तरी कर 43 करोड़ 92 लाख रुपये अधिक है। वहीं, वर्ष 2019-20 में दिसंबर तक 140 करोड़ 17 लाख 84 हजार तो वर्ष 2020-21 में 134 करोड़ 85 लाख 67 हजार राजस्व की प्राप्ति हुई। यह पिछले बार की अपेक्षा 3.7 फीसद कम है। वर्जन--

रजिस्ट्री विभाग की आय बढ़ाने के लिए सभी सब रजिस्ट्रार द्वारा बेहतर प्रयास किए गए हैं। पिछले साल की तुलना में इस बार 21 फीसद आय भी बढ़ा दी गई है। अभी तीन माह शेष हैं, संभावना है कि लक्ष्य प्राप्त कर लिया जाएगा।

-प्रवीण कुमार सिंह, एआइजी स्टांप। मीटर रीडिग की खामियों को दूर करने में जुटा विभाग

जागरण संवाददाता, सिगरामऊ (जौनपुर): बिजली विभाग मीटर रीडिग में हुई गड़बड़ियों को कैंप लगाकर दुरुस्त करने में जुट गया है। इससे तमाम उपभोक्ताओं ने राहत की सांस ली है।

मीटर रीडिग में बड़े पैमाने पर खेल किया जा रहा था। ऐसे कई उपभोक्ता जिन्होंने नियमित तौर पर भुगतान किया था, उन्हें भी बकाएदार दिखा दिया जा रहा था। बानगी के तौर पर बछुआर गांव के लालजी मिश्र पूरा बिल जमा कर चुके थे, बावजूद इसके मीटर रीडिग में तीन माह का बकाया दिखाते हुए 37 हजार रुपये की भारी भरकम बिल भेज दी गई थी। यही हाल तमाम उपभोक्ताओं का है। उपभोक्ताओं की इस समस्या को दैनिक जागरण ने शनिवार के अंक में प्रमुखता से छापा था। मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आने पर जिम्मेदारों की नींद टूटी। अब विभाग कैंप लगाकर ऐसे उपभोक्ताओं की बिल की खामियों को दूर कर वास्तविक बकाया जमा करा रहा है।

chat bot
आपका साथी