शासनादेश न जारी होने से लेखपालों में आक्रोश

जिले की सभी तहसीलों में बुधवार को दूसरे दिन भी लेखपालों का अनिश्चित कालीन धरना-प्रदर्शन जारी रहा। लेखपाल संघ ने अपनी मांगों के संबंध में शासनादेश जारी न होने के कारण आक्रोश व्यक्त किया। इस दौरान मांगों को लेकर लेखपालों ने आवाज बुलंद की।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 11 Dec 2019 07:29 PM (IST) Updated:Wed, 11 Dec 2019 07:29 PM (IST)
शासनादेश न जारी होने से लेखपालों में आक्रोश
शासनादेश न जारी होने से लेखपालों में आक्रोश

जासं, जौनपुर: जिले की सभी तहसीलों में बुधवार को दूसरे दिन भी लेखपालों का अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन जारी रहा। लेखपाल संघ ने अपनी मांगों के संबंध में शासनादेश जारी न होने के कारण आक्रोश व्यक्त किया। इस दौरान मांगों को लेकर अपनी आवाज बुलंद की।

मछलीशहर तहसील परिसर में लेखपाल संघ द्वारा अपनी मांगों के संबंध में बुधवार को दूसरे दिन भी अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करते हुए धरना-प्रदर्शन किया गया। लेखपाल संघ ने मांगों के संबंध में शासनादेश जारी न होने के कारण आक्रोश व्यक्त किया। मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव राजस्व के सहमति व संस्तुति के बाद भी शासनादेश न जारी किए जाने से क्षुब्ध होकर अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन दूसरे दिन भी किया। इस अवसर पर अश्वनी शुक्ला, राहुल सिंह, जयचंद, दीपक सिंह, राम सिंह, परमानंद मिश्र, संदीप दूबे, श्याम सूरत, राजेश, मनोज यादव, सूरज पाल, अजय कुमार, जीतलाल पटेल, राजेश सिंह सहित सभी लेखपाल उपस्थित थे। अध्यक्षता लेखपाल संघ के अध्यक्ष बृजेश कुमार यादव व संचालन मंत्री राहुल पटेल ने किया।

वहीं बदलापुर तहसील में भी दूसरे दिन लेखपालों द्वारा अपनी आठ सूत्रीय मांगों को लेकर रवींद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में कार्य बहिष्कार एवं धरना प्रदर्शन किया गया। लेखपाल संघ ने अपनी विभिन्न मांगों के संबंध में शासनादेश जारी न होने के कारण आक्रोश व्यक्त किया। इस अवसर पर अजय पांडेय, पूजा, यशपाल, रुक्मिणी, नूतन, शशिधर मिश्र, श्रद्धा, शिवकुमार, इंद्रजीत आदि उपस्थित रहे। संचालन लालचंद्र पांडेय ने किया।

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