तीसरे दिन भक्तों ने मां चंद्रघंटा स्वरूप का किया पूजन-अर्चन

वासंतिक नवरात्र के तीसरे दिवस गुरुवार को शक्तिपीठ शीतला चौकियां धाम व अन्य मंदिरों में मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप देवी चंद्रघंटा का श्रद्धालुओं ने पूजन-अर्चन किया। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मतदान के कारण पहले दोनों दिनों की अपेक्षा मंदिरों कम भीड़ दिखी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 04:54 PM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 04:54 PM (IST)
तीसरे दिन भक्तों ने मां चंद्रघंटा स्वरूप का किया पूजन-अर्चन
तीसरे दिन भक्तों ने मां चंद्रघंटा स्वरूप का किया पूजन-अर्चन

जागरण संवाददाता, जौनपुर: वासंतिक नवरात्र के तीसरे दिवस गुरुवार को शक्तिपीठ शीतला चौकियां धाम व अन्य मंदिरों में मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप देवी चंद्रघंटा का श्रद्धालुओं ने पूजन-अर्चन किया। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मतदान के कारण पहले दोनों दिनों की अपेक्षा मंदिरों कम भीड़ दिखी। नौ दिन व्रत रखने वालों ने घरों में स्थापित कलश का विधि-विधान से पूजन करने के साथ ही दुर्गा सप्तशती का पाठ किया।

चौकियां धाम में भोर में साढ़े चार बजे मंगला आरती के बाद शहर व ग्रामीणांचलों से आए श्रद्धालुओं के झांकी दर्शन करने का सिलसिला शुरू हो गया। मंदिर के मुख्य द्वार पर मां शीतला के प्रतीक स्वरूप रखे पीतल के कलश पर हलवा-पूड़ी, फूल-गजरा, नारियल आदि चढ़ाकर श्रद्धालु वहीं से झांकी दर्शन करते रहे। हालांकि सुबह सात बजे के बाद मतदान के कारण दुकानों को बंद कराए जाने से श्रद्धालु भी कम हो गए। मंदिर प्रशासन नियंत्रण कक्ष से श्रद्धालुओं को कोविड-19 के संक्रमण से बचाव संबंधी दिशा-निर्देश लगातार दिया जाता रहा। इसी तरह बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने कालीकुत्ती (परमानतपुर) स्थित मैहर माता मंदिर, ताड़तला स्थित मां विध्यवासिनी मंदिर, चहारसू चौराहा, ओलंदगंज में चौरा माता मंदिर में भी दर्शन-पूजन किया। ऐसी मान्यता है कि मां चंद्रघंटा की सविधि पूजा करने से श्रद्धालु को गजकेसरी योग का लाभ प्राप्त होता है। इससे साधक को जीवन में उन्नति, ज्ञान, स्वर्ण धन व शिक्षा की प्राप्ति होती है।

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