रामघाट पर बढ़ी शवों की संख्या, लकड़ियां हो जा रहीं खत्म
नगर के पचहटिया स्थित अंत्येष्टि स्थल रामघाट में शवों के आने का
जागरण संवाददाता, जौनपुर : नगर के पचहटिया स्थित अंत्येष्टि स्थल रामघाट में शवों के आने का सिलसिला दिन-रात चल रहा है। शव इतना अधिक आ रहे हैं कि जलाने को लकड़ियां कम पड़ जा रही हैं। घाट पर शवदाह करने वाले लोग दिन-रात शव जला रहे हैं। उनका कहना है कि रोजाना जितने शव आ रहे हैं कि इतना उन्होंने कभी नहीं देखा। ऐसा लग रहा है जनपद ही नहीं, बल्कि गैर जिलों से भी कोरोना सहित सामान्य शव अंत्येष्टि के लिए लाए जा रहे हैं।
शव जलाने पहुंचे रहे लोगों का कहना है कि वाराणसी अंत्येष्टि को जाने वाले शव वहां नहीं ले जाए रहे हैं। वहां भी अधिक शव पहुंच रहे हैं। शव जलाने वालों ने बताया कि 15 अप्रैल को कुल 200 शव रामघाट पर लाए गए जो कि एक रिकार्ड है। जिसमें 15 शव एंबुलेंस से लाए गए थे। शव जलाते-जलाते लकड़ियां खत्म हो गई। आनन्द चौहान ने बताया कि 16 अप्रैल को दोपहर तक 140 शव लाए गए थे, जिसमें एंबुलेंस से किट सहित चार शव रहे। घाटवासियों ने कहा कि जगह कम पड़ जा रही है। शवदाह का कार्य करने वाले पवन चौधरी, बबलू चौधरी व राममूरत तथा घाट पर लकड़ी बेचने वाले आनंद चौहान व कोरोना संक्रमितों का शव जलाने वाले राजू ने कहा कि रामघाट पर जितना शव अभी आ रहा है उतना अब तक कभी नहीं देखा।