अब असहायों के बच्चे शिक्षा से नहीं होंगे वंचित

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By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Sep 2020 10:07 PM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 05:05 AM (IST)
अब असहायों के बच्चे शिक्षा से नहीं होंगे वंचित
अब असहायों के बच्चे शिक्षा से नहीं होंगे वंचित

जागरण संवाददाता, जौनपुर : अब असहाय अभिभावकों के बच्चे शिक्षा से वंचित नहीं होंगे। इसके लिए श्रम विभाग की तरफ से बालश्रम विद्या योजना की शुरुआत की गई है। योजना के तहत इनके बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रतिमाह एक हजार से 1200 रुपये की छात्रवृत्ति दी जाएगी। लाभ उन्हीं बच्चों को दिया जाएगा जो पात्रता श्रेणी के अंदर आते होंगे। जरूरी नहीं कि अभिभावक भवन एवं सन्ननिर्माण क्षेत्र में मजदूरी करते हों। श्रम विभाग की तरफ से ऐसे बच्चों को चिन्हित किया जा रहा है।

बालश्रम विद्या योजना के तहत आठ से 18 वर्ष तक के पढ़ने वाले बच्चों को प्रतिमाह छात्रवृत्ति दी जाएगी। जिससे गरीब अभिभावकों के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके और बीच में उन्हें पढ़ाई न छोड़नी पड़े। इसमें लड़कों को एक हजार और लड़कियों को 1200 रुपये दिया जाएगा। इसके अलावा आठवीं कक्षा से प्रत्येक बच्चे को छह हजार रुपये पाठ्य-पुस्तकों के लिए प्रत्येक वर्ष दिया जाएगा। इसका लाभ कोई भी असहायक व गरीब तबके के अभिभावकों के बच्चों को मिलेगा। श्रम विभाग की तरफ से बकायदा ऐसे छात्रों की तलाश की जा रही है। अब तक 119 छात्रों की लिस्ट तैयार करके शासन को भेजी भी जा चुकी है। इनके बच्चों को मिलेगा लाभ

बालश्रम विद्या योजना का लाभ ऐसे बच्चों को मिलेगा जिनके माता पिता न हों, पिता न हों और मां मजदूरी करती हो, अभिभावक गंभीर रूप से बीमार हों या दोनों ही दिव्यांग हों। इसमें असहाय अभिभावकों के कुल आठ मानक रखे गए हैं। बोले अधिकारी..

शासन की मंशा के अनुसार बालश्रम विद्या योजना के तहत छात्रों को छात्रवृत्ति का लाभ दिया जाएगा। इसका लाभ असहायक अभिभावकों के बच्चों को दिया जाएगा। चाहे वह श्रम विभाग में पंजीकृत हों या न हों। श्रम विभाग ऐसे अभिभावकों के बच्चों को चिन्हित कर रहा है, चाहे तो लोग स्वयं श्रम कार्यालय में आकर आवेदन कर इसका लाभ ले सकते हैं।

-कुलदीप सिंह,, सहायक श्रमायुक्त।

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