अब रोडवेज चालकों को अल्कोहल टेस्ट से भी होगा गुजरना
जागरण संवाददाता जौनपुर वाहन चलाते समय नशे की बढ़ रही प्रवृत्ति को देखते हुए रोडवेज बस
जागरण संवाददाता, जौनपुर : वाहन चलाते समय नशे की बढ़ रही प्रवृत्ति को देखते हुए रोडवेज बस चालकों को अब अल्कोहल टेस्ट से भी गुजरना होगा। इसके लिए यातायात अधीक्षक व सहायक यातायात निरीक्षक को ब्रीथ एनलाइजर दिया जाएगा। जांच टीम टिकट जांचने के दौरान यह भी जांचेगी कि चालक ने शराब तो नहीं पी रखी है। यह फैसला लगातार बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए लिया गया है।
अब तक महज प्राइवेट बस संचालक ही जांच की जद में आते थे लेकिन अब सरकारी वाहन चालकों को इस परीक्षण से गुजरना होगा। शराब के नशे में गाड़ी चलाते पहली बार पकड़े जाने पर चेतावनी देकर छोड़ा जाएगा जिसकी बकायदा रिपोर्ट तैयार होगी। दूसरी बार भी नशे में गाड़ी चलाते समय पकड़े जाने पर नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है। यातायात अधीक्षक व सहायक यातायात निरीक्षक बसों का औचक निरीक्षण करते हैं जिसमें अब टिकट के साथ-साथ चालकों का भी टेस्ट किया जाएगा। शासन की इस पहल को यात्री सुरक्षा के लिहाज से बेहतरी के रूप में देखा जा रहा है। इससे न सिर्फ चालकों के व्यवहार में बदलाव आएगा, बल्कि यात्रियों का जीवन भी महफूज हो सकेगा। गत एक वर्ष में वाराणसी परिक्षेत्र के जौनपुर, गाजीपुर व सोनभद्र में रोडवेज की 23 बसें दुर्घटनाग्रस्त हुईं जिसमें यात्रियों के घायल होने के साथ ही राजस्व को भी भारी-भरकम चपत लगी। सड़क सुरक्षा माह के दौरान रोड सेफ्टी को लेकर तमाम पहलुओं पर चर्चा हुई जिसमें फैसला लिया गया कि ब्रीथ एनलाइजर से चालकों का औचक निरीक्षण किया जाए। चालकों को बस सौंपने से पहले नियमित इसकी जांच की जाती है। फिलहाल इस तरह का कोई मामला नहीं आया है। -विजय कुमार श्रीवास्तव, एआरएम।