शिलान्यास के सात वर्ष 24 दिन बाद मिली मेडिकल कालेज को मान्यता

जागरण संवाददाता जौनपुर जनपद की महत्वपूर्ण परियोजनाओं से एक राजकीय मेडिकल कालेज सिद्दीक

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 05:32 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 06:06 PM (IST)
शिलान्यास के सात वर्ष 24 दिन बाद मिली मेडिकल कालेज को मान्यता
शिलान्यास के सात वर्ष 24 दिन बाद मिली मेडिकल कालेज को मान्यता

जागरण संवाददाता, जौनपुर : जनपद की महत्वपूर्ण परियोजनाओं से एक राजकीय मेडिकल कालेज सिद्दीकपुर को मान्यता मिल गई। यह जनपद के लिए गौरव की बात है कि अब उन्हें उपचार कराने के लिए गैर जनपद या महानगर नहीं जाना है। बीते सोमवार को वर्चुअल निरीक्षण के बाद नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) से कक्षा संचालन की अनुमति मिल गई है। यह सफलता शिलान्यास के सात साल 24 दिन बाद मिली है। 25 अक्टूबर को पीएम मोदी के वाराणसी से इसका वर्चुअल उद्घाटन करने की संभावनाओं को लेकर तैयारी भी शुरू हो गई है। उद्घाटन के बाद सौ सीटों पर एमबीबीएस छात्रों के प्रवेश के बाद नवंबर द्वितीय सप्ताह से कक्षाएं शुरू हो जाएंगी।

समाजवादी पार्टी के मुखिया पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मेडिकल कालेज की जिले को सौगात दी थी। जिसका शिलान्यास 27 सितंबर 214 को हुआ था। जिसमें तत्कालीन मुख्यमंत्री ने वादा किया था कि 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले एमबीबीएस प्रथम बैच की कक्षाएं प्रारंभ कर दी जाएंगी। इसके साथ ही ओपीडी एक वर्ष पहले नवंबर 2016 से ही चालू हो जाएगी। जो हो नहीं सका और सपा की सरकार भी चली गई। इसकी कुल अनुमानित लागत 554 करोड़ रुपये है। भाजपा सरकार बनने के बाद इसका नाम उमानाथ सिंह राजकीय मेडिकल कालेज रखा गया। 15 जून 2020 को नाम में संशोधन करते हुए उमानाथ स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय कर दिया गया। अभी बीते अगस्त में नेशनल मेडिकल कमीशन की टीम ने मेडिकल कालेज का निरीक्षण किया था, जिसमें टीम को कई कमियां मिली थीं। जिसके बाद स्थानीय जिला प्रशासन व मेडिकल कालेज के जिम्मेदारों ने अधूरे कार्यों को पूर्ण कराकर इसकी रिपोर्ट एनएमसी को भेज दी। सोमवार को हुए वर्चुअल निरीक्षण में एनएमसी की तरफ से मेडिकल कालेज का बारीकी से जांच की गई। इसके बाद बुधवार की देररात शासन स्तर से मान्यता पत्र प्राप्त हुआ। पीएमओ को भेजा जाएगा पत्र..

अब इसकी रिपोर्ट पीएमओ को भेजी जाएगी, फिर पीएम मोदी के हाथों उद्घाटन की तिथि का इंतजार किया जाएगा। यहां नीट परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की काउंसलिग कराई जाएगी और पढ़ाई शुरू होगी। यह भवन बनकर तैयार..

जिला प्रशासन की कड़ी मशक्कत के बाद प्रथम वर्ष के छात्रों की पढ़ाई के लिए आवश्यक भवन गेस्ट हाउस, ग‌र्ल्स हास्टल, ब्वायज हास्टल, एनाटमी, लाइब्रेरी, लैब, फिजिलोलेजी, बायोकेमिस्ट्री लैब, डिसेक्शन हाल, लेक्चर थिएटर तैयार कर लिया गया है। बोले जिम्मेदार..

जनपदवासियों के लिए खुशी की बात है, साथ ही सभी जनप्रतिनिधि को, अधिकारियों, कर्मियों, श्रमिकों को बधाई देना चाहता हूं। जिनके अथक प्रयास से मेडिकल कालेज को मान्यता मिली है। इसमें एमबीबीएस की सौ सीटों पर प्रथम वर्ष में छात्रों के लिए आवश्यक संसाधन व भवन का निर्माण पूर्ण पूरा हो गया है। इसी सत्र से छात्रों की काउंसिलिग के बाद पढ़ाई शुरू होगी।

-मनीष कुमार वर्मा, जिलाधिकारी।

chat bot
आपका साथी