बारिश में झील बनीं सड़कें, संकट में जान

- प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बनी सड़क का भी बुरा हाल - जर्जर सड़कों की वजह से सड़क दुर्घटनाओं में इजाफा सो रहा अमला जागरण संवाददाता जौनपुर पूर्व में टूटी सड़कें बरसात में झील बन गई हैं। गड्ढे का अंदाजा नहीं लगने की वजह से ऐसी सड़कों पर सफर जीवन को संकट में डालने जैसा हो गया है। टूटी सड़कों की वजह से सड़क दुर्घटनाओं में भी तेजी से इजाफा हुआ है। सबसे खराब हाल निर्माण खंड का है। पीडब्ल्यूडी की ओर से टूटी सड़कों को दुरुस्त करने की तैयारी की गई थी लेकिन भारी बरसात की वजह से कार्य प्रभावित हो रहा है। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बनाई गई सड़क के उखड़ने से अधिकारियों के कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। यह स्थिति तब है जब सड़क निर्माण में पैसा पानी की तरह बहाया जा रहा है। तमाम कायदे-कानून के बाद भी ठेकेदारों की मनमानी से सरकार की ओर से पारदर्शिता को लेकर किए जा रहे तमाम दावों पर सवाल खड़ा

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 06:20 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 06:20 PM (IST)
बारिश में झील बनीं सड़कें, संकट में जान
बारिश में झील बनीं सड़कें, संकट में जान

जागरण संवाददाता, जौनपुर: टूटी सड़कें बरसात में झील बन गई हैं। गड्ढे का अंदाजा नहीं लगने की वजह से ऐसी सड़कों पर सफर जीवन को संकट में डालने जैसा हो गया है। टूटी सड़कों की वजह से सड़क दुर्घटनाओं में भी तेजी से इजाफा हुआ है। सबसे खराब हाल निर्माण खंड का है। पीडब्ल्यूडी की ओर से टूटी सड़कों को दुरुस्त करने की तैयारी की गई थी, लेकिन भारी बरसात की वजह से कार्य प्रभावित हो रहा है। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बनाई गई सड़क के उखड़ने से अधिकारियों की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। यह स्थिति तब है जब सड़क निर्माण में पैसा पानी की तरह बहाया जा रहा है। तमाम कायदे-कानून के बाद भी ठेकेदारों की मनमानी से सरकार की ओर से पारदर्शिता को लेकर किए जा रहे तमाम दावों पर सवाल खड़ा कर रहे हैं।

रामपुर: मीरजापुर-जौनपुर राजमार्ग रामपुर से भदोही तक गड्ढों में तब्दील हो गया है। तकरीबन आठ किलोमीटर सड़क पूरी तरह से टूट गई है। यहां पूरे दिन भारी वाहनों की आवाजाही रहती है। विभाग की ओर से कुछ समय पूर्व टूटी सड़क पर ईंट के टुकड़े डलवा दिए गए थे, लेकिन कुछ ही दिन में हालात पहले जैसे हो गए। यह सड़क निर्माण खंड के अधीन है।

नौपेड़वा: शिवगुलामगंज बाजार से गोमती नदी छुंछा घाट होते हुए पूर्वांचल विश्वविद्यालय जाने वाला मार्ग जगह-जगह गड्ढे में तब्दील हो गया है। बक्शा थाना क्षेत्र के शिवगुलामगंज एवं नौपेड़वा बाजार से सुजियामऊ-सादनपुर गांव होते हुए छुंछा घाट के दक्षिण एवं उत्तरी तरफ की सड़क पूरी तरह टूट चुकी है। जर्जर सड़क की वजह से यहां आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। सादनपुर गांव के प्रधान मनीलाल यादव ने ट्रैक्टर से ईंट के टुकड़े डाल कर आवागमन सुचारू बनाने का प्रयास किया, लेकिन स्थिति नहीं बदली।

तेजीबाजार: प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत निर्मित सड़क की दुर्दशा देखकर लोग यह कहने को मजबूर हो जाते हैं कि सड़क में गड्ढे हैं या फिर गड्ढे में सड़क। बक्सा-रसिकापुर-लोहिदा मार्ग का निर्माण वर्ष 2013-14 में प्रारंभ हुआ था और मई 2014 में इसे पूर्ण होना था, लेकिन निर्माण 2017 तक चला। तीन ही वर्ष में यह सड़क पूरी तरह टूट गई है। मयन्दीपुर से लोहिन्दा चौराहा से बंधवा तक सड़क उखड़ चुकी है।

-

बरसात के बाद सड़कों के गड्ढों को भरने की प्रक्रिया शुरू कराई जाएगी। संबंधित खंड के सड़कों की समीक्षा कराई जाएगी, जहां स्थिति अधिक खराब होगी वहां प्राथमिकता के आधार पर इसे दुरुस्त कराया जाएगा।

-राधाकृष्ण अधिशासी अभियंता, प्रांतीय खंड।

chat bot
आपका साथी