दीक्षा समारोह में कोविड-19 पालन बड़ी समस्या

जागरण संवाददाता मल्हनी (जौनपुर) वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय का दीक्षा समारोह आगा

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 09:29 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 09:29 PM (IST)
दीक्षा समारोह में कोविड-19 पालन बड़ी समस्या
दीक्षा समारोह में कोविड-19 पालन बड़ी समस्या

जागरण संवाददाता, मल्हनी (जौनपुर) : वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय का दीक्षा समारोह आगामी दस दिसंबर को होगा। जिसमें 70 छात्रों को गोल्ड मेडल और 90 को उपाधि दी जानी है। इसके अलावा सैकड़ों की संख्या में शिक्षक, छात्र व अतिथि भी शामिल होंगे, जबकि अपर मुख्य सचिव का पहले से ही आदेश है कि कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करते हुए खुले या बंद स्थान पर एक साथ सौ से अधिक लोगों की संख्या न जुटे। ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन कार्यक्रम को लेकर पशोपेश में है।

पूर्वांचल विश्वविद्यालय में दीक्षा समारोह में इस बार स्नातक व स्नातकोत्तर के करीब 65 छात्र-छात्राओं को कुलाधिपति राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के हाथों गोल्ड मेडल दिया जाना है। इसके अलावा करीब 90 लोगों को उपाधि दी जाएगी। परिसर के विभिन्न विभागों के कम से कम सौ शिक्षक भी होंगे। इसके अलावा विश्वविद्यालय के विभिन्न समितियों के सदस्य को भी दीक्षा समारोह में शामिल किया जाना है। अतिथियों की संख्या भी 50 से कम नहीं होगी। हमेशा विश्वविद्यालय कैंपस के छात्र-छात्रा भी कार्यक्रम में शामिल होते थे। राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक एवं सेविकाओं के अलावा विभिन्न प्राथमिक विद्यालय के कुछ बच्चों को भी कार्यक्रम में पिछले दो साल से शामिल किया जा रहा है। यदि विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से कम संख्या बुलाई गई फिर भी 400 के करीब लोगों का कार्यक्रम में पहुंचना तय है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है कि कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन कैसे संभव हो पाएगा।

अपर प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी ने गत 19 सितंबर को ही कोविड-19 प्रोटोकाल पालन करने का निर्देश दिया है। उनके जारी पत्र में कहा गया कि खुले या बंद स्थान पर शादी-विवाह के अलावा अन्य आयोजनों में भी सौ से अधिक संख्या नहीं होनी चाहिए। साथ ही मुख्य द्वार पर कोविड-19 हेल्प डेस्क का भी होना जरूरी है। ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन के पास कार्यक्रम का आयोजन करना बड़ी चुनौती है। समारोह की तैयारियां विश्वविद्यालय परिसर में जोर-शोर से हो रही है, लेकिन कोविड-19 प्रोटोकाल को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन भी पशोपेश में है।

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