2025 तक मधुमेह रोगियों की राजधानी बनेगा भारत

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By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Nov 2018 07:31 PM (IST) Updated:Tue, 13 Nov 2018 07:31 PM (IST)
2025 तक मधुमेह रोगियों की राजधानी बनेगा भारत
2025 तक मधुमेह रोगियों की राजधानी बनेगा भारत

जागरण संवाददाता, जौनपुर: अनियमित दिनचर्या व आरामतलबी के कारण देश में मधुमेह रोग पांव पसार रहा है। इस बीमारी की गिरफ्त में महिलाएं भी तेजी से आ रही हैं। समय रहते हम नहीं चेते तो 2025 तक भारत मधुमेह रोगियों की राजधानी बन जाएगा।

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो देश में 40 साल की उम्र पार हर छठवां व्यक्ति डायबिटीज का रोगी है। मधुमेह पीड़तिों में आम व्यक्ति की तुलना में 25 गुना अंधापन, 17 गुना गुर्दा खराब होना और 30 से 40 गुना अधिक हाथ-पैर काटना पड़ता है। भारत में 19.4 मिलियन लोग इस बीमारी से पीड़ति हैं। यहीं रफ्तार रही तो सात साल बाद यह प्रतिशत 57.2 तक पहुंच जाएगा।

वरिष्ठ काíडयोलाजिस्ट डा. हरेंद्र देव ने बताया कि आज पूरी दुनिया मधुमेह बीमारी से ¨चतित है। हजारों साल पहले जब चिकित्सा सम्राट चरक ने चरक संहिता में इस बीमारी का नाम दिया तो उन्हें यह भान नहीं रहा होगा कि ऐसी स्थिति आएगी। उन्होंने बताया कि मधुमेह से गुर्दा, हृदय, तंत्रिका तंत्र, आंखों पर दुष्प्रभाव डालकर हृदयाघात, लकवा, गुर्दा फेल, अंधता और तरह-तरह से अपंग बना रहा है। यह दबे पांव वयस्कों में दीमक की तरह से शरीर को धीरे-धीरे नष्ट करता है। इसलिए इसको साइलेंट किलर भी कहते हैं। तंबाकू, एवं धूम्रपान के सेवन से मधुमेह की संभावना 95 फीसद है। पिछले दिनों एक माह में 200 से अधिक लोगों से एकत्रित आंकड़ा यह प्रमाणित करता है कि तंबाकू व धूम्रपान मधुमेह का प्रमुख कारक है। जागरूकता ही इस बीमारी से हमें बचा सकती है। पूर्व संध्या पर शिविर का हुआ आयोजन

विश्व मधुमेह दिवस की पूर्व संध्या पर लायंस क्लब के तत्वावधान में आशा दीप हास्पिटल पर शिविर का आयोजन किया गया। इसमें लगभग 306 लोगों की डायबिटीज जांच कर इस बीमारी के प्रति जागरूक किया गया। वरिष्ठ हृदय एवं डायबिटीज रोग विशेषज्ञ डा. वीएस उपाध्याय ने बीमारी के प्रति जागरूक किया। कहा कि यह धीमी मौत है। यह ऐसी बीमारी है जो एक बार किसी के शरीर को पकड़ ले तो उसे फिर जीवन भर नहीं छोड़ती। शारीरिक श्रम, व्यायाम व जीवनशैली में बदलाव करके इससे बचा जा सकता है। संस्था के अध्यक्ष अशोक कुमार मौर्य ने आए हुए लोगों का स्वागत किया।

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