महिला सम्मान कोष से 81 पीड़िताओं को पहुंचाई गई मदद
जागरण संवाददाता जौनपुर एसिड अटैक से लेकर सामूहिक दुष्कर्म समेत अन्य मामलों में महिला सम्मा
जागरण संवाददाता, जौनपुर: एसिड अटैक से लेकर सामूहिक दुष्कर्म समेत अन्य मामलों में महिला सम्मान कोष से 81 पीड़िताओं तक राहत पहुंचाई गई। सरकार की इस पहल से ऐसी महिलाओं को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने में काफी मदद मिली, जिनका सबकुछ बर्बाद हो चुका था। वर्ष 2015 से अब तक जिला प्रोबेशन कार्यालय में पहुंचे मामलों को न सिर्फ प्राथमिकता से निस्तारित किया गया, बल्कि पीड़िताओं तक सहायता राशि भी पहुंचाई गई।
इन पांच वर्षों में जिला प्रोबेशन कार्यालय में पाक्सो एक्ट के 35 मामले पहुंचे। इन पीड़िताओं को सरकार की ओर से तीन-तीन लाख रुपये सहायता राशि प्रदान की गई। इसी तरह दहेज हत्या के भी 18 मामलों में पीड़िताओं के बच्चों के नाम तीन-तीन लाख रुपये की एफडी बैंकों में की गई। कार्यालय में पहुंचे सामूहिक दुष्कर्म व दुष्कर्म जैसे मामलों में भी त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़िताओं को महिला सम्मान कोष के तहत तीन-तीन लाख दिए गए। इसके अलावा एसिड अटैक के भी सात मामलों में पीड़िताओं को मदद दिलाई गई। पोर्टल पर दर्ज मामलों में ही मिलती है मदद
महिला सम्मान कोष के तहत उन्हीं पीड़िताओं तक सरकारी मदद पहुंच पाती है, जो मामले महिला सम्मान कोष पोर्टल पर दर्ज होते हैं। महिला उत्पीड़न के मामलों को देख रहे नोडल अधिकारी समस्त औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद पीड़िताओं का पूरा ब्योरा पोर्टल पर दर्ज करते हैं, जिसके बाद जिला प्रोबेशन कार्यालय की ओर से जरूरी प्रक्रिया को पूरा कर उसे शासन के पास भेजा जाता है। बोले अधिकारी
दहेज हत्या के मामले में सहायता राशि नाबालिग होने पर मृतका के बच्चों के नाम एफडी की जाती है। अन्य मामलों में पीड़िताओं के नाबालिग होने पर सहायता राशि बैंक में जमा कराई जाती है। बालिग होने पर जरूरत के हिसाब से सहायता राशि निकाली जा सकती है। पोर्टल पर दर्ज मामलों में ही मदद दिए जाने का प्राविधान है।
-एसके सोनी, जिला प्रोबेशन अधिकारी।