बारिश से धान की फसलों को हुआ भारी नुकसान

जागरण संवाददाता सरपतहां (जौनपुर) वापसी की बेला में मानसून ने सिचित क्षेत्रों में धान की फस

By JagranEdited By: Publish:Sat, 26 Sep 2020 06:48 PM (IST) Updated:Sat, 26 Sep 2020 06:48 PM (IST)
बारिश से धान की फसलों को हुआ भारी नुकसान
बारिश से धान की फसलों को हुआ भारी नुकसान

जागरण संवाददाता, सरपतहां (जौनपुर): वापसी की बेला में मानसून ने सिचित क्षेत्रों में धान की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है। किसानों के खून-पसीने की कमाई बारिश की वजह से बड़े पैमाने पर तबाह हो गई है। दो दिनों तक लगातार हुई बारिश कुछ क्षेत्रों में अभिशाप साबित हुई है। खासकर सुइथाकला क्षेत्र में नहरों से सिचित क्षेत्र में धान की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। लगभग तैयार होने के करीब पहुंची फसल गिरकर पानी में डूब गई। ऐसे में किसानों के माथे पर चिता की लकीरें बढ़ती ही जा रही हैं।

सबसे ज्यादा नुकसान शारदा सहायक खंड 36 व 16 से सिचित दर्जनों गांवों कटघर, शेखाहीं, सुइथाकलां, लालापुर, चिलबिली, गंगौली, सवायन, खेतापुर, पूरासंभलशाह, रहिमापुर, अमारी, मयारी, मिसिरपुर, पिपरौल, रुधौली, सारी जहांगीरपट्टी, बासूपुर, समसुद्दीनपुर, तिसौली आदि में हुआ है। बदले मौसम के बीच किसान परेशान हैं। बारिश बढ़ने पर नुकसान का आंकड़ा भी बढ़ सकता है। किसानों की फसल को बेसहारा पशुओं से पहले ही काफी नुकसान हुआ है। ऐसे में प्रकृति की भी मार से किसान चितित हैं। वर्जन-- जहां संभव हो वहां किसान धान के खेतों से पानी निकाल दें। बारिश थम गई है। यदि दो-चार दिनों में पानी निकल गया तो नुकसान कम होगा, लेकिन यदि पानी ज्यादा दिनों तक ठहर गया तो 60 से 70 फीसद तक फसलें खराब हो सकती हैं।

-डा. संदीप, कृषि वैज्ञानिक।

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