हाईवे पर अतिक्रमण बन रहा जान का दुश्मन
रायबरेली-जौनपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर तहसील क्षेत्र में सड़क किनारे किया गया बडे़ पैमाने पर अतिक्रमण हादसों का सबब बन रहा है।
जागरण संवाददाता, मछलीशहर (जौनपुर): रायबरेली-जौनपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर तहसील क्षेत्र में सड़क किनारे किया गया बडे़ पैमाने पर अतिक्रमण हादसों का सबब बन रहा है। जगह-जगह बिल्डिग मैटेरियल कारोबारियों, मोटर वाहन गैरेज संचालकों ने सड़क के किनारे तक अतिक्रमण कर रखा है तो कई ढाबों के सामने सड़क पर खड़े किए जाने वाले ट्रेलर व ट्रक राहगीरों की जान के दुश्मन साबित होते हैं। इस साल अब तक चार लोगों की जान अतिक्रमण के ही चलते हुए हादसों में जा चुकी है। बिल्डिग मैटेरियल कारोबारी कहीं-कहीं तो सड़क की पटरियों पर बालू-गिट्टी गिराकर कब्जा किए हुए हैं। इनके ट्रैक्टर की लोडिग भी आधी सड़क घेर लेती है। पटरियों व सड़कों पर अतिक्रमण की सरकारी तंत्र द्वारा अनदेखी की जा रही है।
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केस: एक
कोतवाली क्षेत्र के मारूफपुर गांव निवासी स्टेट बैंक कर्मी राम आसरे मंगलवार को पत्नी अनीता (40) संग बाइक से वाराणसी से घर लौट रहे थे। घर से चंद किलोमीटर पहले मीरपुर तिराहे पर ट्रक से धक्का लगने पर बाइक असंतुलित होकर गिर गई। अनीता की ट्रक की चपेट में आने से मौत हो गई। जिस जगह हादसा हुआ वहां ट्रैक्टर पर बालू लादा जा रहा था।
केस: दो
10 जून को पंवारा थाना क्षेत्र के रामपुर हरगिज गांव निवासी चंद्रेश यादव (56) की रिश्तेदारी से लौटते समय बंधवा से कुंवरपुर मार्ग पर करौर गांव के निकट सड़क पर ट्रक खड़ा होने के कारण ट्रेलर के बगल से गुजर रहे ट्रैक्टर की चपेट में आने से जान चली गई थी।
केस: तीन
29 मार्च को खजुरहट गांव निवासी गोमती संयुत ग्रामीण बैंक कर्मी जय प्रकाश स्वजनों संग प्रयागराज से निजी कार से लौट रहे थे। पंवारा थाना क्षेत्र के कुंवरपुर गांव के पास कार सड़क पर खड़े ट्रेलर के पिछले हिस्से में घुस गई थी। हादसे में उनकी मां भगवंती देवी को जान से हाथ धोना पड़ा था। गंभीर रूप से घायल जय प्रकाश व उनकी पुत्री कुसुम की लंबे समय तक इलाज के बाद जान बच सकी थी।
केस: चार
पांच फरवरी को मुंगराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के धौरहरा गांव के राम आसरे (45) की बाइक से मछलीशहर से घर लौटते समय नगर के चुंगी चौराहे पर पिकअप की टक्कर से मौत हो गई थी।