डोडा बर्फी व सूजी निर्मित मिल्क केक की बिक्री

जागरण संवाददाता बदलापुर (जौनपुर) अगर आपको मिठाई पसंद है तो सावधान हो जाइए। बाजार की ि

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 06:42 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 06:42 PM (IST)
डोडा बर्फी व सूजी निर्मित मिल्क केक की बिक्री
डोडा बर्फी व सूजी निर्मित मिल्क केक की बिक्री

जागरण संवाददाता, बदलापुर (जौनपुर): अगर आपको मिठाई पसंद है तो सावधान हो जाइए। बाजार की मिठाई आपकी सेहत की दुश्मन हो सकती है। इस मिठाई के निर्माण में गाय और भैंस के दूध से बने खोवा या छेना नहीं, बल्कि बाजार में बिक रहे केमिकल पाउडर का इस्तेमाल हो रहा है। इसी से तैयार मिठाई इन दिनों बाजार में धड़ल्ले से बिक रही है। इतना ही नहीं मिलावटी रेडिमेड बर्फी व सूजी युक्त मिल्क केक से भी बाजार पटे हैं। जिसे खाकर लोग अपनी सेहत बिगाड़ रहे हैं।

बदलापुर कस्बा सहित क्षेत्र की सभी बाजारों में मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री लंबे समय से धड़ल्ले से हो रही है, लेकिन इस समय डोडा बर्फी, सूजी युक्त मिल्क केक, रेडीमेड बर्फी, लड्डू आदि मिठाइयों से दुकानें पटी हैं। सबकुछ जानते हुए भी जिम्मेदार मौन साधे हुए हैं। अधिक लाभ के चलते दुकानदार मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री धड़ल्ले से कर रहे हैं। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सूजी से निर्मित मिल्क केक जिसकी लागत पर 30 से 40 रुपये खर्च होते हैं वह बाजारों में 220 से 250 रुपये प्रति किलो आसानी से बिक रहा है। यही हाल डोडा बर्फी व रेडीमेड बर्फी का भी है। विभाग का कोई अधिकारी आ भी गया तो अपने ढंग लेन-देन करके मामले को रफा-दफा कर दिया जाता है।

नहीं होती कभी जांच

क्षेत्र में मिलावटी मिठाई ने अपना साम्राज्य कायम कर लिया है। शासन-प्रशासन की ओर से कभी मिठाई की दुकानों की गुणवत्ता की जांच न होने से दुकानदारों का मनोबल सातवें आसमान पर है। भले ही केमिकल पाउडर से बनी मिठाई लोगों के जान का दुश्मन बन रही हो, लेकिन दुकानदार पांच से सात गुना अधिक मुनाफा कमाकर रातोंरात मालामाल कर रहा है।

चल रही हैं कई दुकानें

बदलापुर में केमिकल पाउडर से बनने वाली मिठाइयों की कई बड़ी दुकानें चल रही हैं। जहां सबसे लोकप्रिय मिल्क केक, डोडा बर्फी, रेडिमेड बर्फी का निर्माण हो रहा है। यहां बदलापुर सहित छोटी-बड़ी बाजारों में इसकी आपूर्ति की जाती है। पाउडर से निर्मित मिठाई की कीमत प्रति किलो 320 रुपये है। बताया जाता है कि एक किलो पावडर से छह किलो मिठाई का निर्माण होता है। खास यह कि पावडर से बनी मिठाई की चमक शुद्ध खोवा छेना की मिठाई की अपेक्षा बेहतर होती है। दुकानदार पाउडर से बनी मिठाई की कीमत शुद्ध खोवा छेना के मिठाई के भाव में बेच रहे हैं। यही नहीं मिठाई की चीनी शरीर के खतरनाक केमिकल सेफोलाइट से साफ करते हैं। क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि जिम्मेदार अधिकारी लोगों की स्वास्थ्य से खिलवाड़ की खुली छूट दिए हैं।

बोले डाक्टर..

सीएचसी के अधीक्षक डाक्टर संजय दुबे का कहना है कि सेफोलाइट आदि केमिकल शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं। खासकर किडनी, लीवर, हार्ट के लिए काफी घातक है। केमिकल का मिठाई जैसे खाद्य पदार्थों के उपयोग पर रोक की सख्त जरूरत है।

बोले खाद्य सुरक्षा अधिकारी..

खाद्य सुरक्षा अधिकारी सूर्यमणि का कहना है कि ऐसे दुकानदारों पर बराबर कार्रवाई की जाती है। यह बहुत गंभीर विषय है। जल्द ही मिठाई दुकानदारों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जाएगी। मिठाई का सेंपल एकत्रित कर जांच कराया जाएगा ताकि लोगों की सेहत से खिलवाड़ न हो सके।

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