महकमे की किरकिरी के बाद जिला बदर अपराधी गिरफ्तार

एक माह पूर्व मोबाइल फोन पर जिला बदर अपराधी पीयूष कांत यादव से हुई कथित वार्ता की आडियो क्लिप वायरल हुई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 05:51 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 05:51 PM (IST)
महकमे की किरकिरी के बाद जिला बदर अपराधी गिरफ्तार
महकमे की किरकिरी के बाद जिला बदर अपराधी गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, केराकत (जौनपुर): एक माह पूर्व मोबाइल फोन पर जिला बदर अपराधी पीयूष कांत यादव से हुई कथित वार्ता की आडियो क्लिप वायरल हुई। इससे पुलिस महकमे की किरकिरी होने पर अधिकारियों के सख्त तेवर के बाद रविवार की देररात यारी भूलकर कोतवाल विनय प्रकाश सिंह ने दबिश देकर उसकी गिरफ्तारी कर ली। इसके बावजूद उन्हें कुर्सी गंवानी पड़ गई। एसपी राज करन नय्यर ने विनय प्रकाश सिंह का तबादला क्राइम ब्रांच में कर दिया है। उनके स्थान पर खुटहन थाना प्रभारी निरीक्षक त्रिवेणी लाल सेन को कोतवाली का प्रभारी बनाया गया।

वायरल आडियों में विनय प्रकाश सिंह अपराधी पीयूष कांत यादव को बातचीत के दौरान गुरु, पार्टनर, छोटे भाई संबोधित करने के साथ ही विभागीय जानकारी शेयर करते हुए उसे जिला छोड़कर जाने या फिर खुद को पुलिस के हवाले करने की बात कहते सुनाई पड़े। इसके बावजूद पीयूष कांत गांव में ही मौजूद रहा। महकमे की छीछालेदर होती देख पुलिस अधीक्षक ने पूरे प्रकरण की जांच सीओ शुभम तोंदी को सौंप दी। मामले के तूल पकड़ने पर हरकत में आए कोतवाल विनय प्रकाश सिंह ने देररात मय फोर्स दबिश देकर पीयूष कांत को उसके घर से गिरफ्तार कर सोमवार की सुबह चालान कर दिया। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने उसे छह माह के लिए जिला बदर किया था। उसके विरुद्ध हत्या, हत्या के प्रयास, मारपीट, जान से मारने की धमकी, गुंडा एक्ट समेत 16 मामले दर्ज हैं। अपने रसूख की बदौलत पीयूष अपनी पत्नी को दो बार ग्राम प्रधान, एक बार जिला पंचायत सदस्य तो अपनी मां को दो बार क्षेत्र पंचायत सदस्य बनवा चुका है। अबकी चुनाव में प्रधान पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होने पर वह मैदान में नहीं उतर सके थे।

chat bot
आपका साथी