संवाद व संघर्ष होगा कांग्रेस का मुख्य चुनावी अस्त्र

संवाद व संघर्ष के बूते चुनावी संग्राम जीतने की रणनीति पर कांग्रेस ने काम शुरू कर दिया है। प्रदेश में विधानसभा चुनाव की आहट सुनाई पड़ते ही सभी प्रमुख दलों के रणनीतिकारों की व्यस्तता भी बढ़ गई है। कभी लगातार सत्ताशीन रहने वाली कांग्रेस पार्टी पिछले कई दशक से हाशिए पर चली गई है। इस बार के चुनाव में प्रियंका वाड्रा गांधी के युवा नेतृत्व में कार्यकर्ता संवाद व संघर्ष के बल पर करिश्माई परिणाम के प्रति आशान्वित हैं। प्रस्तुत है दैनिक जागरण संवाददाता अमरदीप श्रीवास्तव की कांग्रेस जिलाध्यक्ष फैसल हसन तबरेज से हुई बातचीत के प्रमुख अंश।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 19 Aug 2021 11:10 PM (IST) Updated:Thu, 19 Aug 2021 11:10 PM (IST)
संवाद व संघर्ष होगा कांग्रेस का मुख्य चुनावी अस्त्र
संवाद व संघर्ष होगा कांग्रेस का मुख्य चुनावी अस्त्र

जौनपुर : संवाद व संघर्ष के बूते चुनावी संग्राम जीतने की रणनीति पर कांग्रेस ने काम शुरू कर दिया है। प्रदेश में विधानसभा चुनाव की आहट सुनाई पड़ते ही सभी प्रमुख दलों के रणनीतिकारों की व्यस्तता भी बढ़ गई है। कभी लगातार सत्ताशीन रहने वाली कांग्रेस पार्टी पिछले कई दशक से हाशिए पर चली गई है। इस बार के चुनाव में प्रियंका वाड्रा गांधी के युवा नेतृत्व में कार्यकर्ता संवाद व संघर्ष के बल पर करिश्माई परिणाम के प्रति आशान्वित हैं। प्रस्तुत है दैनिक जागरण संवाददाता अमरदीप श्रीवास्तव की कांग्रेस जिलाध्यक्ष फैसल हसन तबरेज से हुई बातचीत के प्रमुख अंश..

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- उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव को लेकर आपके पार्टी की क्या तैयारी है?

निरंतर संवाद व संघर्ष के बल पर हम पार्टी की खोई जमीन वापस हासिल कर सत्ता में वापसी करेंगे। इस दिशा में गुरुवार से हमने अभियान भी शुरू कर दी है। इसके तहत जिले के 217 न्याय पंचायतों के 217 गांवों में 217 नेता पहुंच कर 75 घंटे प्रवास करेंगे। आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर इस कार्यक्रम के जरिए हम लोगों से जुड़ेंगे। - बीते साढ़े चार सालों में आपकी पार्टी ने ऐसा क्या किया कि जनता आपको चुने?

सत्ता से लंबे अर्से तक बाहर रहने के बावजूद बीते साढ़े चार सालों की बात की जाए तो केवल कांग्रेस ही रही है जो विपक्ष की आवाज बनी। हाथरस, सोनभद्र, उन्नाव के सेंगर जैसे मामलों में पीड़ितों की आवाज प्रियंका वाड्रा गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ही बनी। हमने जनहित को लेकर हर मामले में सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करके जनविश्वास हासिल किया है।

- चुनाव में आपकी पार्टी का मुख्य एजेंडा क्या होगा?

कमरतोड़ मंहगाई, बढ़ते अपराध, रोजी रोजगार के घटते अवसर, किसानों-नौजवानों की बदहाली, सरकार का तानाशाह रवैया चुनाव में हमारा मुख्य एजेंडा रहेगा। समाज को बांटने वालों को हम समाज के बीच में बेनकाब करेंगे। जनता को समझाएंगे कि किस प्रकार से जाति-धर्म के नाम पर उन्हें छला गया है। - जातिगत सियासत में कांग्रेस काफी पीछे छूट गई है। इसे साधने के लिए क्या करेंगे?

कांग्रेस ने कभी जाति धर्म की राजनीति में विश्वास नहीं किया है। आज ब्राह्मणों को छलने के लिए अन्य दलों में मानों प्रतियोगिता चल रही है, लेकिन जब मौका मिला था तो केवल कांग्रेस ने ब्राह्मण मुख्यमंत्री दिया। अन्य कोई भी दल ने किसी ब्राह्मण को मुख्यमंत्री नहीं बनाया। इसी तरह कांग्रेस ने क्षत्रिय व ओबीसी को भी मुख्यमंत्री बनने का अवसर दिया है। इन बातों को हम जनता के बीच रखेंगे। - वह कौन सा नुस्खा है जिसके बल पर कांग्रेस को इस जिले में खोई जमीन मिल सकेगी?

कांग्रेस शुरू से इस जिले में प्रभावी रही। यहां कुछ दशकों से धर्म जाति की राजनीति के प्रपंच वाली विपक्षी दलों की सियासत के चलते कांग्रेस का प्रदर्शन जरूर प्रभावित हुआ, लेकिन एक बार फिर कांग्रेस संवाद व संघर्ष के बूते अपना खोया विश्वास हासिल करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। इस चुनाव में पार्टी का आश्चर्यजनक सकारात्मक प्रदर्शन होगा। हम यहां की सभी नौ विधानसभा सीटों पर पूरी गंभीरता के साथ तैयारी कर रहे हैं।

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