मां शीतला धाम में श्रद्धालुओं ने नवाया शीश, झांकी से किया दर्शन

वासंतिक नवरात्र के प्रथम दिन मंगलवार को मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप देवी शैलपुत्री के दर्शन-पूजन को पूर्वांचल के आस्था के केंद्र शीतला चौकियां धाम में श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 03:13 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 03:13 PM (IST)
मां शीतला धाम में श्रद्धालुओं ने नवाया शीश, झांकी से किया दर्शन
मां शीतला धाम में श्रद्धालुओं ने नवाया शीश, झांकी से किया दर्शन

जागरण संवाददाता, जौनपुर: वासंतिक नवरात्र के प्रथम दिन मंगलवार को मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप देवी शैलपुत्री के दर्शन-पूजन को पूर्वांचल के आस्था के केंद्र शीतला चौकियां धाम में श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा। दर्शनार्थियों की भीड़ में कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव को जिला प्रशासन की तरफ से की गई तैयारियां धरीं की धरी रह गईं। हजारों श्रद्धालुओं ने धक्का-धुक्की के बीच मां के दरवार में शीश नवाकर झांकी से दर्शन किया। इसके साथ ही घरों में भी नौ दिन तक चलने वाले अनुष्ठान का शुभारंभ हुआ। कलश स्थापना के साथ ही श्रद्धालुओं ने मां का सविधि पूजन व सप्तशती दुर्गा का पाठ किया।

शीतला धाम के पुजारी शिव कुमार पंडा के भोर में साढ़े चार बजे मां शीतला की मंगला आरती के पश्चात दर्शन-पूजन का सिलसिला शुरू हुआ। इस दौरान पहले से ही कतार में लगे श्रद्धालु कोविड-19 के संक्रमण से बचाव को शारीरिक दूरी का पालन करते बनाई गई कतार से निकलकर पहले दर्शन के लिए धक्का-मुक्की करने लगे। भक्तों के बीच न शारीरिक दूरी नहीं दिखी। मास्क भी नहीं लगाए थे। भीड़ देख कोविड-19 संबंधित दिशा-निर्देशों का पालन कराने को ड्यूटी पर तैनात पुलिस जवान मूकदर्शक बन गए। नारियल, चुनरी, माला-फूल की डलिया लिए भक्तगण सांचे दरबार की जय व मां शीतला का जयकारा लगाते हुए झांकी दर्शन करते रहे। प्रशासन के निर्देश पर मंदिर के मुख्य द्वार पर ही बैरियर लगाकर गर्भगृह में प्रवेश रोक दिया गया। मां शीतला के प्रतीक स्वरूप पीतल का कलश बाहर रखा था। मंदिर से तीन सौ मीटर पूर्व ही पुलिस ने बैरियर लगाकर वाहनों का प्रवेश रोक दिया था। सुरक्षा के ²ष्टिकोण धाम परिसर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस व होमगा‌र्ड्स के जवान तैनात रहे।

chat bot
आपका साथी