सीबीएसई की परीक्षा पर निर्णय से छंटे संशय के बादल
जागरण संवाददाता बदलापुर (जौनपुर) केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 12 वीं कक्षा क
जागरण संवाददाता, बदलापुर (जौनपुर) : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 12 वीं कक्षा की परीक्षाएं स्थगित करते हुए 10 वीं की परीक्षा को रद्द कर दिया है। इसकी खबर लगते ही अभिभावकों व छात्रों में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर जो संशय की स्थिति थी वह समाप्त हो गई। इससे लोगों ने राहत की सांस ली है।
कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्रीय शिक्षा मंत्री, केंद्रीय शिक्षा सचिव और अन्य शीर्ष अधिकारियों की बैठक में फैसला लिया गया कि दसवीं कक्षा में आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर छात्रों के रिजल्ट्स जारी किए जाएंगे। वहीं 12 वीं कक्षा की परीक्षा शेड्यूल बाद में जारी होगा। इस बाबत अभिभावकों ने अपनी अलग-अलग प्रतिक्रिया व्यक्त की।
बोले अभिभावक..
कोरोना काल में परीक्षा रद्द किया जाना उचित कदम है, लेकिन बच्चों की जो पढ़ाई बाधित हुई है उसकी भरपाई कैसे होगी। इसे लेकर चिता है।
-आशा यादव, सरायगुंजा। हाईस्कूल की परीक्षा रद्द होने से भले ही संक्रमण से बच्चे बच सकते हैं, लेकिन पढ़ाई बाधित होने से गुणवत्ता में कमी आएगी। जो चिता का विषय है। इसके लिए भी सरकार को कोई कदम उठाना चाहिए।
-सुशील मिश्र, बछुआर।
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बोले छात्र..
हमारी परीक्षा होगी या नहीं, होगी तो कब होगी इसे लेकर हम लोगों में असमंजस तो था ही, तनाव भी था। अब सरकार व सीबीएसई के फैसले से स्थिति साफ हो गई।
-आस्था सिंह, कक्षा-10। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच परीक्षा को लेकर काफी तनाव था। पढ़ाई बाधित होने से भी परीक्षा को लेकर चिता बनी हुई थी। यह अब दूर हो गई है।
-आर्यन मौर्य-कक्षा 1।
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कोरोना के तेजी से बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बच्चों की सुरक्षा के लिए सीबीएसई की कक्षा 12 की परीक्षा को टालने व कक्षा 10 की परीक्षा को रद्द करने का फैसला स्वागत योग्य तो है, लेकिन जिन विद्यालयों में प्रैक्टिकल हो गए हैं या होने को है वहां विद्यालय प्रबंधन इसे टाल सकता है।
-डाक्टर रुचि शर्मा, सिटी कोआर्डिनेटर सीबीएसई। कोरोना के तेजी से बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बच्चों व शिक्षकों की सुरक्षा के लिए सीबीएसई की कक्षा 12 की परीक्षा को टालने व कक्षा 10 की रद्द करने का फैसला स्वागत योग्य तो है। हालांकि कक्षा 10 के बहुत से बच्चों ने तो आंतरिक मूल्यांकन व प्री-बोर्ड परीक्षाएं भी इस साल नहीं दी है। उनको कैसे और किस आधार पर बोर्ड पास करेगा यह भी स्पष्ट नहीं है।
-सूर्यांश प्रकाश सिंह, संयुक्त सचिव, जौनपुर पब्लिक स्कूल एसोसिएशन।