अंगुली गांव में बनने वाले श्मशान घाट को नहीं मिली मंजूरी

जौनपुर मनरेगा से खुटहन के अंगुली गांव में बनने वाले जिले के पहले श्मशान

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 01:33 AM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 01:33 AM (IST)
अंगुली गांव में बनने वाले श्मशान घाट को नहीं मिली मंजूरी
अंगुली गांव में बनने वाले श्मशान घाट को नहीं मिली मंजूरी

जागरण संवाददाता, जौनपुर : मनरेगा से खुटहन के अंगुली गांव में बनने वाले जिले के पहले श्मशान घाट को मंजूरी नहीं मिल सकी। निर्माण 12 बिस्वा में कराया जाना था, इस पर 24 लाख 33 हजार रुपये खर्च करने होने हैं। अभी तक मनरेगा के तहत हो रहे कार्यों में इसे शामिल नहीं किया गया था। कुछ अन्य ब्लाकों में भी निर्माण कराने के लिए ग्राम पंचायतों की खाली पड़ी भूमि की सूची मांगी गई है, लेकिन कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामलों की वजह से इस कार्य को पूरा नहीं किया जा सका है।

राजस्व विभाग की ओर से चिन्हित भूमि का चिन्हित करने के दौरान हुए विवाद के बाद फिलहाल उक्त स्थान को सूची से बाहर कर दिया गया है। ब्लाक के ही मोजीपुर गांव में भी ऐसा ही अंत्येष्टि स्थल बनाया जाना था, रास्ता नहीं होने की वजह से फिलहाल इस स्थान का चयन भी नहीं हो पाया है। इसके लिए राजस्व विभाग की ओर से मापी कराए जाने पर विचार चल रहा है। शासन ने हाल ही निर्देश जारी कर इस कार्य को भी मनरेगा के तहत करने को कहा है। पहले चरण में सात श्मशान घाट बनाए जाने हैं। इससे श्रमिकों को रोजगार तो मिलेगा घाटों के किनारे शवदाह में होने वाली कठिनाइयों में भी कमी आएगी। श्मशान घाट के लिए चार शेड के साथ शवदाह के लिए बड़ा चबूतरा बनाया जाएगा। पेयजल की व्यवस्था व शौचालय निर्माण के साथ ही श्मशान घाट तक पहुंचने के लिए सौ मीटर इंटरलाकिग कराई जाएगी। पैमाइश के दौरान आपत्ति के बाद अंगुली गांव में बनने वाले श्मशान घाट के प्रस्ताव को रद कर दिया गया है। ब्लाकों से अन्य गांवों से खाली पड़ी भूमि की सूची मांगी गई है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों की वजह से कार्य प्रभावित हो रहा है। स्थिति सामान्य होने पर इसकी दोबारा समीक्षा की जाएगी।

भूपेंद्र सिंह, उपायुक्त मनरेगा।

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