वैज्ञानिक व गणितीय सूत्रों से जोड़े जा रहे परिषदीय विद्यालय

जागरण संवाददाता जौनपुर नगर पालिका क्षेत्र जौनपुर के 14 परिषदीय विद्यालयों का बाला (बिल्डिग ए

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 10:52 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 11:51 PM (IST)
वैज्ञानिक व गणितीय सूत्रों से जोड़े जा रहे परिषदीय विद्यालय
वैज्ञानिक व गणितीय सूत्रों से जोड़े जा रहे परिषदीय विद्यालय

जागरण संवाददाता, जौनपुर : नगर पालिका क्षेत्र जौनपुर के 14 परिषदीय विद्यालयों का बाला (बिल्डिग एस लर्निंग एप्टीट्यूट) तकनीक से कायाकल्प किया जा रहा है। इसके तहत विद्यालयों को विज्ञान व गणित के नियमों व सिद्धांतों से तैयार किया जा रहा है। जिससे छात्रों को इनके माध्यम से जोड़ा जा सके। इसके लिए कार्यदाई संस्था नगर पालिका परिषद को बनाया गया है। काम पूरा होने के बाद यहां पर अच्छे शिक्षकों का चयन कर रखा जाएगा।

शासन से बाला तकनीक के जरिए नगर के 14 परिषदीय विद्यालय भवनों का कायाकल्प किया जा रहा है। इसमें भवनों के दरवाजों पर 90, 45 व 30 डिग्री के कोण को समझाने के लिए स्केल लगेगी तो दीवारों पर विज्ञान व गणित से जुड़े तथ्यों की कलर पेटिग होगी। वैज्ञानिक चीजों को बताने के लिए पृथ्वी आदि का कैलेंडर रहेगा। प्रत्येक विद्यालय पर 25 से 50 हजार रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके नोडल अधिकारी बीएसए को बनाया गया है। इसके अलावा 14 वें व 15 वें वित्त से प्रोजेक्टर व टीवी स्क्रीन भी लगाई जाएगी। इन विद्यालयों को किया जा रहा तैयार

नगर क्षेत्र में 18 विद्यालय संचालित हो रहे हैं। इसमें से चार विद्यालयों के भवन कंडम घोषित हो चुके हैं, इनको फिर से गिराकर बनवाना होगा, जबकि 14 विद्यालयों में बाला तकनीक का प्रयोग किया जाएगा। इन विद्यालयों की बात करें तो मियांपुर कंपोजिट, नईगंज कंपोजिट, सिपाह कंपोजिट, रासमंडल कंपोजिट, राजा बाजार कंपोजिट, ईशापुर कंपोजिट, पुरानी बाजार कंपोजिट, एमएस अधान कंपोजिट है। इसके अलावा हैदरफानी यूपीएस, शकरमंडी, रसूलाबाद, हैदरगंज, भंडारी, हरईपुर, मातापुर, पुलिस लाइन, मुफ्ती मोहल्ला, डायट परिसर के विद्यालय भवन हैं। विद्यालयों को बाला तकनीक से हाईटेक किया जा रहा है। इसमें वैज्ञानिक व गणितीय जानकारी से जुड़े यंत्रों के आकार को लगाया जा रहा है। जिससे छात्रों को मौके पर प्रैक्टिकल कर जानकारी से अवगत कराया जा सके। प्रोजेक्टर व टीवी स्क्रीन भी लगाई जाएगी।

-अनुपम शुक्ल, आइएएस, मुख्य विकास अधिकारी।

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