13 करोड़ से अधिक बढ़ गई पुलों की लागत

जिले में आवागमन सुगम बनाने के लिए ग्रामीण अंचलों में गोमती व सई नदियों पर चार पुलों का निर्माण किया जा रहा है। समय से धनराशि अवमुक्त न होने और कार्यदायी संस्था की लेट-लतीफी के चलते जहां अभी तक सभी कार्य अधूरा है वहीं जनमानस को आवागमन में भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। महंगाई की मार, विलंब के कारण 13 करोड़ रुपये से अधिक पुल की लागत बढ़ गई है। कार्यदायी संस्था सेतु निगम की तरफ से शासन स्तर पर पुनरीक्षित आगणन भेजा जा चुका है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Jan 2019 09:33 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jan 2019 10:54 PM (IST)
13 करोड़ से अधिक बढ़ गई पुलों की लागत
13 करोड़ से अधिक बढ़ गई पुलों की लागत

जागरण संवाददाता जौनपुर : आवागमन सुगम बनाने के लिए ग्रामीण अंचलों में गोमती व सई नदियों पर चार पुलों का निर्माण किया जा रहा है। समय से धनराशि अवमुक्त न होने और कार्यदायी संस्था की लेट-लतीफी के चलते जहां अभी तक सभी कार्य अधूरा है वहीं जनमानस को आवागमन में भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। महंगाई की मार, विलंब के कारण 13 करोड़ रुपये से अधिक पुल की लागत बढ़ गई है। कार्यदायी संस्था सेतु निगम की तरफ से शासन स्तर पर पुनरीक्षित आगणन भेजा जा चुका है।

सिरकोनी-जफराबाद मार्ग पर ग्राम पंचायत मनहन घाट पर सई नदी पर पुल का निर्माण पिछले छह माह से रुका हुआ है। यह पुल 209 मीटर का बनना है। वर्ष 2011 में पास इस पुल की लागत 672 लाख रुपये थी। पुनरीक्षण में आगणन 10 करोड़ 19 लाख रुपये हो गया। इससे इसकी लागत में तीन करोड़ चार लाख 70 हजार रुपये इजाफा हुआ। इस पुल में अब तक नौ करोड़ से ज्यादा 93 फीसद खर्च हो चुके हैं। पुनरीक्षित आगणन पीडब्लूडी से फिर शासन स्तर पर भेजा जा रहा है। धर्मापुर-जमैथा मार्ग पर गोमती नदी पर 2011 में अखड़ो घाट स्वीकृत हुआ। 209 मीटर का यह पुल 672 लाख से पूरा होना था। इसमें 76 फीसद कार्य पूर्ण हो चुका है। पुनरीक्षित आगणन 12 करोड़ रुपये की लागत से होना है। यह भी दो साल से रुका हुआ है। इससे लागत में पांच करोड़ 28 लाख रुपये का इजाफा हुआ है। सिरकोनी गुटवा मार्ग पर सई नदी के ऊपर धनेजा घाट का निर्माण हो रहा है। 181 मीटर का यह पुल 720 लाख रुपये की लागत से बन रहा है। यह वर्ष 2014 में पास हुआ है। इसमें 71 फीसद कार्य पूरा हो चुका है। पुनरीक्षित आगणन 10 करोड़ 50 लाख रुपये है। इससे तीन करोड़ 30 लाख रुपये मूल्य की बढ़ोत्तरी हुई। यह कार्य भी वर्ष 2016 से दो साल से रुका हुआ है। इसके अलावा आदमपुर-बेलांव मार्ग पर गोमती नदी पर वर्ष 2016 में पुल स्वीकृत हुआ। गोमती नदी पर 212 मीटर का यह पुल 10 करोड़ रुपये की लागत से होना था। इसका कार्य जारी है। इसका पुनरीक्षित आगणन तैयार किया जा रहा है। इसमें 48 फीसद कार्य हो चुका है। महंगाई के कारण बढ़ी पुलों की लागत :

इस बाबत सेतु निगम के उप परियोजना प्रबंधक रोहित मिश्र ने बताया कि सभी पुलों का पुनरीक्षित आगणन तैयार किया गया है। इसमें मनहन घाट, अखड़ो घाट, धनेजा घाट का पुनरीक्षित आगणन शासन स्तर पर भेजा गया है। बजट न प्राप्त होने के कारण कार्य भी रूका हुआ है। वही आदमपुर बेलावां में गोमती नदी पर बन रहे पुल का पुनरीक्षित आगणन तैयार किया जा रहा है। पुलों की लागत बढ़ने की मुख्य वजह महंगाई है।

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