सफाई कर्मचारियों ने मुंडन कराकर किया प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, जौनपुर : काम बंद कर ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने कलेक्ट्रेट में गुरुवार

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Jan 2018 11:10 PM (IST) Updated:Thu, 18 Jan 2018 11:10 PM (IST)
सफाई कर्मचारियों ने मुंडन कराकर किया प्रदर्शन
सफाई कर्मचारियों ने मुंडन कराकर किया प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, जौनपुर : काम बंद कर ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने कलेक्ट्रेट में गुरुवार को अनोखा प्रदर्शन किया। धरनास्थल पर ही मुंडन कराकर आवाज बुलंद कर रहे इन्हें देखने के लिए भीड़ लगी रही। वहीं 11 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन को पत्रक सौंपा। साथ ही शीघ्र मांगे पूरी न होने पर उग्र प्रदर्शन की चेतावनी दिया।

ग्रामीण इलाके के सफाई कर्मचारी जिलाध्यक्ष अमर बहादुर यादव की अगुवाई में सुबह 11 बजे तक कलेक्ट्रेट पहुंच गए। लामबंद होकर दोपहर 12 बजे तक धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। इनमें महिला सफाई कर्मचारी भी शामिल थीं।

प्रदर्शनकारियों की मांगों के समर्थन में कई अन्य संगठन के भी पदाधिकारी धरने में शामिल हुए। सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहे इन प्रदर्शनकारियों ने दोपहर एक बजे से अनोखे तरीके से प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।

धरने पर बैठे सफाई कर्मचारियों में कई पुरुषों ने नाई को बुलाकर अपना मुंडन कराना शुरू कर दिया। उन्हें देखने के लिए कलेक्ट्रेट आए लोग व कर्मचारी उमड़ पड़े। लोग इस प्रदर्शन की चर्चाएं करते दिखे। वहीं शाम तीन बजे तक प्रदर्शनकारी अपनी मांगों को लेकर काफी उत्तेजित दिखे। उन्होंने मांग पत्र प्रशासन को सौंपते हुए चेतावनी दिया कि जल्द उनकी मांगें पूरी नहीं की वे काम-काज ठप कर लखनऊ में उग्र प्रदर्शन करेंगे। संचालन जिलामंत्री राम लाल पाल ने किया।

यह रहीं थी मांगें

-पद नाम पंचायत सेवक किया जाए।

-ग्रेड-पे 1900 दिया जाए।

-पेरोल व्यवस्था समाप्त की जाए।

-वेतन मद एक हेड से दिया जाए।

-बकाया चिकित्सा प्रतिपूर्ति का बजट सभी जनपदों में भेजा जाए।

-ग्राम पंचायत अधिकारी के पद पर पदोन्नति का अवसर दिया जाए।

-गैर मान्यता प्राप्त सफाई कर्मचारी संघ के पत्रों पर कोई विचार न किया जाए।

-मान्यता प्राप्त संघ के संचालन हेतु संघ कार्यालय आवंटित किया जाए।

-निदेशालय द्वारा सुपरवाइजर के पद स्वीकृत किए जाने की कार्यवाही अमल में लाई जाए।

-नवीन पेंशन योजना समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए।

-सफाई कर्मचारियों से राजस्व ग्राम या सरकारी विद्यालयों में ही कार्य कराया जाए।

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