1098 पर फोन करते ही बच्चों की मदद को पहुंचेगी टीम

जनपद में बच्चों के लिए चाइल्ड हेल्प लाइन का गठन नहीं किया गया था। जिसके चलते समय से मदद के लिए टीम नहीं पहुंच पाती थी। जानकारी होने के बाद भी पुलिस सहायता में आना-कानी करती थी अब इस समस्या से निजाद मिलेगी। जिले में चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर बनाया गया है। 109

By JagranEdited By: Publish:Tue, 10 Dec 2019 06:25 PM (IST) Updated:Tue, 10 Dec 2019 06:25 PM (IST)
1098 पर फोन करते ही बच्चों की मदद को पहुंचेगी टीम
1098 पर फोन करते ही बच्चों की मदद को पहुंचेगी टीम

जागरण संवाददाता, जौनपुर : जनपद में बच्चों की मदद के लिए चाइल्ड हेल्प लाइन का गठन नहीं किया गया था। जिसके चलते समय से मदद को टीम नहीं पहुंच पा रही थी। जानकारी होने के बाद भी पुलिस सहायता में आना-कानी करती थी, अब इस समस्या से निजात मिलेगी। जिले में चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर बनाया गया है। 1098 पर फोन करते ही टीम तत्काल मदद के लिए बताए गए स्थल पर पहुंच जाएगी।

जिले में अभी तक चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर न होने के कारण बच्चों की मदद के लिए बालक कल्याण समिति रामनगर की टीम आती थी। जिसमें समय काफी लगता था और मदद भी नहीं हो पाती थी लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अब समाज में किसी भी व्यक्ति के सामने बच्चों के साथ कोई शोषण या फिर अत्याचार हो रहा है तो चाइल्ड लाइन नंबर 1098 पर इसकी सूचना दे सकते हैं। सूचना मिलते ही चाइल्ड लाइन की टीम तुरंत एक्टिव हो जाएगी और उसकी मदद की कोशिशें शुरू कर देगी। संस्था की कोशिश है कि बच्चों के साथ हो रहे अत्याचार पर लगाम लगे। चाइल्ड लाइन की हेल्पलाइन 24 घंटे तक खुली रहती है। यह 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मदद करेगी। ऐसे बच्चों की होगी मदद

-यदि कोई बच्चा अकेला और बीमार हो, उसके पास इलाज के लिए पैसे न हों।

-किसी बच्चे का घर, स्कूल या काम पर शोषण हो रहा हो।

-कोई खोया हुआ बच्चा आपको मिले।

-किसी बच्चे को भावनात्मक मार्गदर्शन और सहारे की जरूरत हो।

-कोई बिछड़ा हुआ बच्चा अपने घर जाना चाहता हो।

-यदि किसी बच्चे के साथ दुर्घटना हो जाए और उसकी कोई मदद न कर रहा हो। बोले अधिकारी..

अभी तक जिले में चाइल्ड हेल्प लाइन की व्यवस्था नहीं थी। पांच दिसंबर से यह शुरू हुई है। जिसके तहत किसी बच्चे के साथ शोषण की जानकारी होने पर टीम उसकी हरसंभव मदद के लिए सुविधा पहुंचाएगी।

-संतोष कुमार, जिला प्रोबेशन अधिकारी ।

chat bot
आपका साथी