बेटियों के जन्म पर निराश होने की बजाय मनाएं उत्सव
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के तहत मिशन शक्ति अभियान के तहत लिग
जागरण संवाददाता, जौनपुर: बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के तहत मिशन शक्ति अभियान के तहत लिग समानता को समाप्त करने, बालिका जन्म दर को प्रोत्साहित करने, लड़के-लड़की में भेद की समाज की मानसिकता को परिवर्तित करने के लिए शनिवार को जिला महिला चिकित्सालय में बालिका जन्म उत्सव का आयोजन किया गया। इसमें जिला प्रोबेशन अधिकारी संतोष कुमार सोनी ने कहा कि बेटियों को बोझ समझने वालों को अपनी मानसिकता बदलने की जरूरत है। इस दौरान जन्मी कन्याओं व उनकी मां को उपहार दिया गया।
प्रोबेशन अधिकारी ने कन्या सुमंगला योजना की विस्तार से जानकारी दी। बताया कि इससे बच्चियों के जन्म से लेकर पढ़ाई तक की व्यवस्था सरकार की ओर से की गई है। जिला महिला चिकित्सालय के अधीक्षक अरुण कुमार जायसवाल ने कहा कि शासन की मंशा है कि अधिक से अधिक लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाया जाए। कहा कि लड़के व लड़की में कोई अंतर नहीं है। कहा कि आज किसी भी क्षेत्र में लड़कियां लड़कों से पीछे नहीं हैं।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अपर पुलिस अधीक्षक नगर डाक्टर संजय कुमार ने कहा कि मिशन शक्ति के तहत पुलिस विभाग द्वारा सभी थानों पर महिला एवं बाल हेल्प डेस्क का स्थापना की गई है। यहां पर किसी भी महिला, बालिका, बच्चे को जाकर अपनी बात रखने में आसानी होगी। मुख्य अतिथि द्वारा पैदा हुई कन्या की खुशी में उनकी मां के साथ केक काटा। बाल संरक्षण अधिकारी चंदन राय, महिला कल्याण अधिकारी नीता वर्मा, जिला समन्वयक प्रतिभा सिंह एवं बबीता, सामाजिक कार्यकर्ता चंद्र प्रकाश शुक्ल, सुधा सोनकर, परामर्शदाता अवनीश मणि त्रिपाठी शामिल रहे।