हत्या की पुष्टि के बाद भी दर्ज नहीं हुआ मुकदमा
जागरण संवाददाता सुरेरी (जौनपुर) सुरेरी पुलिस गंभीर आपराधिक घटनाओं की भी एफआइआर
जागरण संवाददाता, सुरेरी (जौनपुर): सुरेरी पुलिस गंभीर आपराधिक घटनाओं की भी एफआइआर दर्ज करने में हीलाहवाली कर रही है। इसका ताजा प्रमाण है विनय प्रताप सिंह की हत्या। आरोप है कि एक सप्ताह से पोस्टमार्टम रिपोर्ट दबाए बैठी पुलिस ने अब तक हत्या का मुकदमा दर्ज नहीं की है।
करौदी कला निवासी विनय प्रताप सिंह (45) का शव 26 नवंबर की सुबह घर से कुछ दूरी पर प्राथमिक पाठशाला के पास खेत में पाया गया था। वह 25 नवंबर की रात करीब आठ बजे बाजार जाने की बात कहकर घर से निकले थे। स्वजन उसी दिन हत्या की आशंका जताते हुए गांव के ही एक व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दे रहे थे। पुलिस के टालमटोल करने पर आक्रोशित ग्रामीणों ने रास्ता जाम कर दिया था। तब पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद उसी आधार पर मुकदमा दर्ज करने का आश्वासन देकर भीड़ को शांत करते हुए रास्ता जाम समाप्त करा दिया था। उसी दिन शाम को पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मुंह दबाकर हत्या करने की बात सामने आई। आज तक पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज नहीं किया। मृतक के स्वजन घटना के दिन से ही तहरीर लेकर थाने का चक्कर लगा रहे हैं। थाना प्रभारी निरीक्षक मुन्ना राम धुसिया न कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट एसपी आफिस में है। अभी तक थाने नहीं आई है। आने के बाद मुकदमा दर्ज किया जाएगा। छानबीन की जा रही है। जल्द ही राजफाश कर दिया जाएगा। पुलिस की लापरवाही से हुई विनय की हत्या
विजय के भाई महेंद्र प्रताप सिंह का आरोप है कि उनके भाई की हत्या पुलिस की लापरवाही से हुई। यदि दो दिन पूर्व थाने में दिए गए प्रार्थना पत्र में पड़ोसी द्वारा जाने से मार डालने की आशंका जताने को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई करती तो उनकी जान बच सकती थी। उन्होंने पुलिस अधीक्षक व आइजी वाराणसी से इसकी लिखित शिकायत की है।