पीएम आवास की किस्त को घूस मांगने वाले जेई के विरुद्ध मुकदमा

जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह के आदेश पर शहर कोतवाली पुलिस ने जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) के अवर अभियंता भरत लाल यादव के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर विवेचना में जुट गई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Jan 2021 11:12 PM (IST) Updated:Wed, 13 Jan 2021 11:12 PM (IST)
पीएम आवास की किस्त को घूस मांगने वाले जेई के विरुद्ध मुकदमा
पीएम आवास की किस्त को घूस मांगने वाले जेई के विरुद्ध मुकदमा

जागरण संवाददाता, जौनपुर: जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह के आदेश पर शहर कोतवाली पुलिस ने जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) के अवर अभियंता भरत लाल यादव के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर विवेचना में जुट गई है। अभियंता पर प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के लाभार्थी से किस्त दिलाने के लिए रिश्वत मांगने का आरोप है।

राज्यमंत्री आवास व शहरी नियोजन गिरीश चंद्र यादव गत नौ जनवरी को अपने निर्वाचन क्षेत्र के मतापुर वार्ड में चौपाल लगाकर जन समस्याएं सुन रहे थे। फरियादियों में से एक छोटेलाल बेनवंशी निवासी अहमद खां मंडी ने शिकायत की कि डूडा के जेई भरत लाल यादव प्रथम व द्वितीय किस्त के लिए क्रमश: पांच व दो हजार रुपये सुविधा शुल्क लेने के बाद तीसरी किस्त के पचास हजार के लिए फिर दो हजार रुपये की मांग कर रहे हैं। मंत्री ने इसे गंभीरता से लेते हुए परियोजना अधिकारी डूडा को जेई के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराकर सेवा से बर्खास्त करने का आदेश दिया। आदेश के अनुपालन के क्रम में परियोजना अधिकारी ने जांच कर जिलाधिकारी को आख्या दी। जिलाधिकारी के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने बुधवार को आरोपित अवर अभियंता के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। दो प्राइवेट अस्पताल संचालक पर मुकदमा दर्ज

जागरण संवाददाता, मछलीशहर (जौनपुर) : उपजिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मंगलवार की देर शाम दो प्राइवेट अस्पतालों का निरीक्षण किया। मानक के विपरीत अस्पताल चलाने के आरोप में दो संचालकों पर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया।

जिलाधिकारी को मिली शिकायत के आधार पर मंगलवार की शाम उपजिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह, सीएचसी के अधीक्षक की टीम दोनों सेंटर पर पहुंचकर रजिस्ट्रेशन की छानबीन की। इस दौरान अस्पताल संचालक पर एक ही पेपर पर दो सेंटर चलाने का आरोप सही साबित पाया गया। इसके अलावा संचालक ने जिस चिकित्सक के नाम रजिस्ट्रेशन किया है उससे वार्ता भी नहीं करा पाया। इसी के साथ ही पुराने सरकारी अस्पताल के पीछे कौशिल्या पाली क्लीनिक व हास्पिटल के नाम से एक संचालक बिना रजिस्ट्रेशन के ही अपना सेंटर चला रहा था। उपजिलाधिकारी ने सीएचसी के अधीक्षक से दोनों संचालकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया। अधीक्षक की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने दोनों संचालकों पर मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल में जुट गई है।

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