सत्यापन के बाद 308 अपात्रों की विधवा पेंशन रद

सत्यापन के बाद 308 अपात्रों की विधवा पेंशन रद कर दी गई है। सत्यापन का कार्य मई में शुरू होना था जो लाकडाउन की वजह से नहीं हो सका। इसके बाद अगस्त से सत्यापन शुरू करने के निर्देश दिए गए जिसे ब्लाक कर्मचारियों ने गंभीरता से नहीं लिया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 11:00 PM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 11:00 PM (IST)
सत्यापन के बाद 308 अपात्रों की विधवा पेंशन रद
सत्यापन के बाद 308 अपात्रों की विधवा पेंशन रद

जागरण संवाददाता, जौनपुर: सत्यापन के बाद 308 अपात्रों की विधवा पेंशन रद कर दी गई है। सत्यापन का कार्य मई में शुरू होना था, जो लाकडाउन की वजह से नहीं हो सका। इसके बाद अगस्त से सत्यापन शुरू करने के निर्देश दिए गए, जिसे ब्लाक कर्मचारियों ने गंभीरता से नहीं लिया। निर्धारित समय से काफी देरी से शुरू हुई सत्यापन की प्रक्रिया नवंबर तक चली। इसके बाद पता चला कि 308 अपात्रों को भी पेंशन जा रही है। 22 ऐसे अपात्रों को पेंशन भेजी जा रही थी, जिनका दोबारा विवाह हो चुका है, जबकि 286 की मृत्यु हो चुकी है। इसका पता चलने तक छह माह की पेंशन भेजी जा चुकी थी। अब बैंक के माध्यम से दोबारा भेजी गई पेंशन शासन को लौटाए जाने की कवायद की जा रही है।

जिला प्रोबेशन कार्यालय की ओर से ऐसे लोगों का नाम सूची से हटाने के साथ ही बैंक को भी सूचित कर दिया गया है। साथ ही शासन को भी इसकी रिपोर्ट भेज दी गई है। मौजूदा समय में 66 हजार 23 पात्रों को विधवा पेंशन का लाभ मिल रहा है। हाल ही में इसमें 4 हजार 678 नए पात्रों को जोड़ा गया है। अपात्रों का नाम काटने व पात्रों को जोड़ने के लिए प्रत्येक वर्ष सत्यापन कराया जाता है। ब्लाक स्तर से होते हुए रिपोर्ट जिला मुख्यालय पहुंचती है। यहां से दोबारा जांच करने के बाद ही किसी का नाम काटा जाता है। वर्जन--

सत्यापन के दौरान जिन लाभार्थियों की मौत हो चुकी है, उसकी जानकारी बैंक को दी गई है। जमा हो चुकी पेंशन को बैंक निदेशक महिला कल्याण के नाम चेक बनाकर देंगे, जिसे शासन को भेज दिया जाएगा।

-एसके सोनी, जिला प्रोबेशन अधिकारी।

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