बैंक लुटेरे दूसरे दिन भी पुलिस की गिरफ्त से दूर
एक्सिस बैंक की स्थानीय शाखा से शनिवार को दिनदहाड़े 14.95 लाख रुपये की लूट की दुस्साहसिक व सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले अपराधी दूसरे दिन भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। वाराणसी जोन के पुलिस महानिरीक्षक विजय सिंह मीणा के निर्देश पर एसपी रवि शंकर छवि द्वारा गठित छह टीमें एएसपी (ग्रामीण) संजय राय के निर्देशन में लुटेरों को चिह्नित कर गिरफ्तार करने के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं।
जागरण संवाददाता, मछलीशहर (जौनपुर): एक्सिस बैंक की स्थानीय शाखा से शनिवार को दिनदहाड़े 14.95 लाख रुपये की लूट की दुस्साहसिक व सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले अपराधी दूसरे दिन भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। एसपी रवि शंकर छवि द्वारा गठित छह टीमें एएसपी (ग्रामीण) संजय राय के निर्देशन में लुटेरों को चिह्नित कर गिरफ्तार करने के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं।
एक टीम का नेतृत्व कर रहे सीओ (सदर) नृपेंद्र ने रविवार को बैंक के आस-पास के प्रतिष्ठानों में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले। अगल-बगल के दुकानदारों से लुटेरों का हुलिया आदि पूछा। सीओ मछलीशहर विजय सिंह ने मड़ियाहूं चौराहे पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले व दुकानदारों से पूछताछ की।
दूसरी ओर प्रभारी निरीक्षक पंकज पांडेय ने बैंक के बड़े खाताधारक व्यापारियों से मिलकर सुरक्षा का भरोसा दिलाते हुए सुराग तलाशने की कोशिश की। रक्षेत्राधिकारी ने बताया कि सभी टीमें अपने-अपने एंगल से लूट की घटना के खुलासे में लगी हैं। जल्द ही लुटेरों को गिरफ्तार कर खुलासा कर दिया जाएगा। कोतवाली पुलिस टाप-10 व अन्य नामचीन अपराधियों के यहां दबिश देकर लुटेरों का सुराग तलाश रही है। सूत्रों के अनुसार शक के आधार पर कुछ को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। छानबीन में पड़ोसी जिलों की पुलिस की भी मदद ली जा रही है। शनिवार की देर रात अंबेडकर नगर से आई पुलिस टीम भी लुटेरों का सुराग तलाशने में जुटी हैं।
पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल
एक्सिस बैंक से 14.95 लाख की लूट के मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए जा रहे हैं। लोग-बाग सवाल कर रहे हैं कि वारदात के आठ घंटे बाद मौके पर खोजी कुत्ते व फॉरेंसिक टीम को बुलाने का क्या मतलब था यह पुलिस महकमे के उच्चाधिकारी ही बता सकते हैं।
दूसरे दिन भी दहशत का माहौल
एक्सिस बैंक लूटकांड के दूसरे दिन भी नगर में दहशत का माहौल दिखा। हर कोई मान रहा है कि जिले में अपराधी लगातार संगीन वारदातें कर पुलिस को चुनौती दे रहे हैं। जब बैंक के भीतर घुसकर बेखौफ बदमाश लूटपाट कर रहे हैं तो दुकान व प्रतिष्ठान पर बैठे या राह चलते कोई कारोबारी खुद को कैसे सुरक्षित महसूस कर सकता है।