बबिता का उजड़ा सुहाग, बच्चे हुए अनाथ
जागरण संवाददाता थानागद्दी (जौनपुर) केराकत कोतवाली क्षेत्र के बेहड़ा गांव के रघुपुर पुरव
जागरण संवाददाता, थानागद्दी (जौनपुर): केराकत कोतवाली क्षेत्र के बेहड़ा गांव के रघुपुर पुरवा के युवक की दुर्घटना में मौत से गांव का माहौल गमगीन हो गया है। सोनकर बस्ती में अधिकतर घरों में चूल्हे नहीं जले।
आशीष सोनकर को क्या पता था कि साले की शादी में शामिल होने जा रहा है तो वहां से उसका शव घर पहुंचेगा। आशीष का विवाह सात वर्ष पूर्व बबिता के साथ हुआ था। उसके दो बेटे छह वर्षीय पीयूष व चार वर्षीय आयुष हैं। सुहाग उजड़ जाने से रोते-रोते बबिता बेसुध हो जा रही है। होश आने पर वह अपने मासूम बच्चों को देखते ही फिर धाड़ें मारने लगती है। वह समझ नहीं पा रही है कि बाकी पहाड़ सरीखी जिदगी किसके सहारे गुजारेगी। कैसे बेटों को पढ़ा-लिखाकर भविष्य संवारेगी। आशीष सूरत (गुजरात) में ठेला लगाकर सब्जी बेचकर परिवार की आजीविका चला रहा था। आशीष सोनकर साले की शादी में शामिल होने के लिए 19 दिन पहले घर आया था।