जियो टैगिग न करने वाले 225 विद्यालयों पर गिरी गाज

जागरण संवाददाता जौनपुर माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षा की तैयारियां जहां तेज हो गई है व

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 05:41 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 05:41 PM (IST)
जियो टैगिग न करने वाले 225 विद्यालयों पर गिरी गाज
जियो टैगिग न करने वाले 225 विद्यालयों पर गिरी गाज

जागरण संवाददाता, जौनपुर: माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षा की तैयारियां जहां तेज हो गई है वहीं जिले के अधिकांश विद्यालय आदेशों को नजरंदाज कर रहे हैं। परीक्षा केंद्र निर्धारण से पूर्व दो दिसंबर तक जियो टैगिग एप पर अपलोड करना था लेकिन 225 विद्यालयों ने ऐसा नहीं किया। पत्राचार के बाद भी अनदेखी करने वाले इन विद्यालयों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। ऐसे 36 वित्तपोषित विद्यालयों के प्रधानाचार्यों का जहां वेतन अवरुद्ध कर दिया गया है वहीं 189 वित्तविहीन मान्यता प्राप्त विद्यालयों को केंद्र न बनाने और मान्यता प्रत्याहरण की संस्तुति की गई है। जिले में 641 माध्यमिक विद्यालय हैं।

बोर्ड की ओर से केंद्र निर्धारण को लेकर आदेश जारी किया गया है। बालिकाओं के लिए परीक्षा केंद्र अपने ही विद्यालय में रहेगा। यह संभव न हो तो विद्यालय के पांच किमी की परिधि में केंद्र रहेगा। इसी तरह बालकों के लिए परीक्षा केंद्र उनके विद्यालय के दस किमी की परिधि में रहेंगे। विद्यालय स्तर से अपलोड की गई सूचनाओं में अगर कोई परिवर्तन है तो विद्यालयों को पुन: सूचना अपलोड करनी होगी। मंडल स्तर से जिले के 15 विद्यालयों की ओर से दी गई सूचनाओं का औचक निरीक्षण कर सत्यापन कराया जाएगा। एक केंद्र पर न्यूनतम 250 और अधिकतम 1200 परीक्षार्थी होंगे। छह-छह फीट की दूरी पर बैठने की व्यवस्था होगी। केंद्र निर्धारण में यह है आवश्यक

परीक्षा केंद्र वाले विद्यालयों के सामने दस फीट चौड़ी सड़क अनिवार्य है। इससे कम चौड़ी सड़क के पास वाले विद्यालयों को केंद्र नहीं बनाया जाएगा। पूर्व में ब्लैक लिस्टेड रहे, प्रबंधन समिति और प्रधानाचार्यों के बीच विवाद वाले स्कूलों को भी केंद्र नहीं बनाया जाएगा। हास्टल वाले विद्यालयों को भी परीक्षा केंद्रों की सूची से बाहर रखा जाएगा।

------------------------

जियो लोकेशन के लिए दो दिसंबर अंतिम तिथि थी। सभी प्रधानाचार्यों को इससे अवगत करा दिया गया था। अंतिम तिथि बीतने के बाद भी 641 विद्यालयों में 225 ने जियो टैगिग नहीं की है। इससे केंद्र निर्धारण की अगली प्रक्रिया अवरुद्ध हो गई है। दो बार पत्राचार के बाद भी लापरवाही बरतने वाले विद्यालयों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है।

-राजकुमार पंडित, जिला विद्यालय निरीक्षक।

chat bot
आपका साथी