22 शिक्षकों का रोका गया वेतन, मांगी गई आख्या

सूबे में अनामिका शुक्ला प्रकरण के सामने आने के बाद जनपद के शिक्षा विभाग हर दिन नया मामला सामने आ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 07:48 PM (IST) Updated:Thu, 09 Jul 2020 06:07 AM (IST)
22 शिक्षकों का रोका गया वेतन, मांगी गई आख्या
22 शिक्षकों का रोका गया वेतन, मांगी गई आख्या

जागरण संवाददाता, जौनपुर: सूबे में अनामिका शुक्ला प्रकरण के सामने आने के बाद जनपद के शिक्षा विभाग में हर दिन नया मामला सामने आ रहा है। जांच में 22 शिक्षकों के पैन कार्ड नंबर में अंतर मिलने पर परिषदीय स्कूलों के 22 शिक्षकों का वेतन अग्रिम आदेश तक रोक दिया गया है। मामले की जांच खंड शिक्षा अधिकारियों को सौंपते हुए जल्द से जल्द आख्या मांगी गई है। प्रदेश में फर्जीवाड़ा को लेकर हो रही जांच से शिक्षा महकमे में खलबली मच गई है।

शासन के निर्देश पर उच्च शिक्षा से लेकर प्राथमिक शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों और कर्मचारियों की नियुक्तियों की जांच की जा रही है। इसके लिए निर्धारित प्रोफार्मा पर सूचनाओं के साथ ही शैक्षिक प्रमाण पत्र व अन्य प्रमाण पत्र की मांगा गया है।

अब तक की हुई जांच में 22 ऐसे शिक्षक मिले हैं जिनके पूर्व में फीड पैन कार्ड नंबर और वर्तमान में दिए गए नंबर में अंतर है। इन शिक्षकों का वेतन रोक दिया गया है। वित्त एवं लेखाधिकारी नंद लाल कुरील ने कहा कि वर्ष 2011-12 में सभी शिक्षकों, कर्मचारियों के शैक्षिक प्रमाण पत्र, पैनकार्ड नंबर आदि की फीडिग की गई थी। वर्तमान में शिक्षकों द्वारा दिए गए पैन कार्ड नंबर में अंतर मिल रहा है। इसलिए इन शिक्षकों का वेतन रोक दिया गया है। खंड शिक्षा अधिकारियों को वास्तविकता की जांच करके शीघ्र आख्या देने को कहा गया है। रिपोर्ट के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।

chat bot
आपका साथी