हादसे में मृतक आश्रितों को दिए 20.50 लाख

जागरण संवाददाता, मुंगराबादशाहपुर (जौनपुर) : जिले की सीमा से पांच किमी दूर प्रतापगढ़ के जग

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Mar 2018 06:05 PM (IST) Updated:Sun, 25 Mar 2018 06:05 PM (IST)
हादसे में मृतक आश्रितों को दिए 20.50 लाख
हादसे में मृतक आश्रितों को दिए 20.50 लाख

जागरण संवाददाता, मुंगराबादशाहपुर (जौनपुर) : जिले की सीमा से पांच किमी दूर प्रतापगढ़ के जगतपुर में दो दिन पूर्व हुए सड़क हादसे में मृतकों व घायलों के परिजनों का आंसू पोछने के लिए रविवार को जनप्रतिनिधिगण प्रशासनिक अधिकारियों के साथ सटवां गौरैयाडीह पहुंचे। प्राथमिक विद्यालय पर दोपहर प्रशासन द्वारा आयोजित शोक सभा के बाद इस हादसे के शिकार हुए लोगों के आश्रितों में 20 लाख 50 हजार रुपये का चेक वितरित किया गया।

सरकार द्वारा जारी यह चेक उप जिलाधिकारी मछलीशहर विमल कुमार दुबे के संयोजकत्व में नगर विकास राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव, सांसद जौनपुर कृष्ण प्रताप ¨सह, विधायक सुषमा पटेल, पूर्व विधायक सीमा द्विवेदी, पूर्व विधायक सुरेंद्र प्रताप ¨सह ने शोक सभा के बाद वितरित किया। उप जिलाधिकारी ने बताया कि प्रदेश सरकार की तरफ से प्रत्येक मृतक के आश्रित को 2-2 लाख व घायलों को 50-50 हजार का चेक दिया गया। यह चेक गौरैयाडीह निवासी मृत चमेला देवी के पति भोलानाथ, रितु के पति दिनेश, इंद्रावती के पति गुलाबचंद, लखपत्ती के पुत्र राजकुमार, पारो के पिता अजय, निर्मला देवी के पति रमेश, भैरोपुर निवासी मृत फूला देवी के पुत्र संजय और सौलखिया भीखपुर निवासी नीलम के पति व अंशु के पिता ओमप्रकाश को 2-2 लाख रुपये के हिसाब से दिया गया। वहीं इस हादसे में घायल हुए गौरैयाडीह के ही निवासी आटो चालक दीपक के पिता रामसमुझ, राजकुमारी के पति भाईलाल, रंजना के पति राजू, रामप्यारी के पति लालबहादुर, गुड्डी के पुत्र संदीप को 50-50 हजार का चेक दिया गया। बसपा नेता बीपी सरोज, भाजपा नेता सतीश दुबे, संतोष मिश्र, ओम प्रकाश दुबे, देवेंद्र ¨सह, प्रकाश शुक्ल आदि मौजूद रहे।

आवास देने को मंत्री का फरमान

नगर राज्य मंत्री गिरीश चंद्र यादव ने कहा हादसे में पीड़ित जिन परिवारों के पास आवास नहीं है उन्हें आवास दिया जाएगा। उन्होंने इसके लिए खंड विकास अधिकारी को फोन कर पात्रता सूची बनाकर प्रशासन को उपलब्ध कराने के लिए कहा गया।

तीसरे दिन भी नहीं जले चूल्हे

हादसे के तीन दिन बाद भी गौरैयाडीह गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। रविवार को भी कई घरों में चूल्हे नहीं जले। गांव के निकट पहुंचते ही रोने-चीखने की आवाज आ रही है। शोक जताने वालों का यहां तांता लगा हुआ है।

..और रो पड़ीं पूर्व विधायक

दोपहर जनप्रतिनिधि गण अधिकारियों के साथ गौरेयाडीह में पहुंचे। पूर्व विधायक सीमा द्विवेदी भी महिलाओं के बीच जाकर सांत्वना दे रही थी। इसी दौरान पीड़ित परिवार की कुछ महिलाएं उनसे लिपटकर रोने लगी। पूर्व विधायक भी महिलाओं को गले लगाकर उनके सिर पर हाथ फेरती हुए अपने आंसू रोक न पाईं। इस दृश्य को देखकर सभी की आंखें नम हो गईं।

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