यमुना का जलस्तर स्थिर, ग्रामीणों को मिली राहत

संवाद सहयोगी कालपी यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ने के बाद घट रहा है। लगभग दो मीटर तक जलस्तर घट गया है जिससे यमुना पट्टी के ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। रविवार की दोपहर को यमुना का जलस्तर स्थिर हो गया है। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक यमुना का जलस्तर पुन बढ़ने के आसार हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 06:33 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 06:33 PM (IST)
यमुना का जलस्तर स्थिर, ग्रामीणों को मिली राहत
यमुना का जलस्तर स्थिर, ग्रामीणों को मिली राहत

- कई दिनों से बढ़ रहा था जलस्तर, यमुना कटरी क्षेत्र के लोगों ने ली राहत की सांस

संवाद सहयोगी, कालपी : यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ने के बाद घट रहा है। लगभग दो मीटर तक जलस्तर घट गया है जिससे यमुना पट्टी के ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। रविवार की दोपहर को यमुना का जलस्तर स्थिर हो गया है। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक यमुना का जलस्तर पुन: बढ़ने के आसार हैं।

धौलपुर से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ा था। बीते गुरुवार को यमुना का जलस्तर 96.08 मीटर था लेकिन गुरुवार की रात से ही यमुना का जलस्तर बढ़ने लगा था। शुक्रवार को यमुना का जलस्तर 102.57 मीटर पहुंच गया था जिससे यमुना पट्टी के गांवों में बेचैनी बढ़ गई थी। शनिवार को जलस्तर घटने लगा और 101.60 मीटर दर्ज किया गया। रविवार को जलस्तर 100.79 मीटर दर्ज किया गया। केंद्रीय जल आयोग के रूपेश कुमार के मुताबिक यमुना का जलस्तर दोपहर 11 बजे से स्थिर है। अनुमान है कि यमुना का जलस्तर एक बार पुन: बढ़ सकता है। नदी का जलस्तर कम होने से गांव के लोगों ने राहत की सांस ली है। प्रशासन भी जलस्तर पर निगाहें जमाए हुए है। यमुना पट्टी के गांवों में लोग बाढ़ आने से बेचैन हो गये थे लेकिन अब उन्होंने राहत महसूस की है। हालांकि अभी तक यमुना का जलस्तर बढ़ने से किसी गांव में कोई अनहोनी नहीं हुई है। फिलहाल लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है और किसी को भी नदियों के किनारों पर न जाने की चेतावनी दी गई है।

chat bot
आपका साथी