वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से 83 गांव के लोगों की बुझेगी प्यास

संवाद सूत्र रामपुरा विकास की दौड़ में आगे बढ़ रहे जालौन जिले को पेयजल की समस्या से जल्द ह

By JagranEdited By: Publish:Thu, 11 Mar 2021 08:22 PM (IST) Updated:Thu, 11 Mar 2021 08:22 PM (IST)
वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से 83 गांव के लोगों की बुझेगी प्यास
वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से 83 गांव के लोगों की बुझेगी प्यास

संवाद सूत्र, रामपुरा : विकास की दौड़ में आगे बढ़ रहे जालौन जिले को पेयजल की समस्या से जल्द ही निजात मिलेगी। जिले के कुठौंद ब्लाक में नमामि गंगे योजना के तहत तीन एकड़ जमीन में 126.52 करोड़ रुपये की लागत से 24 एमएलडी क्षमता का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा। इस प्लांट से ब्लाक क्षेत्र के 83 गांवों की प्यास बुझेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने योजना का लोकार्पण किया है। प्लांट का निर्माण कार्य भी शुरु कराया गया है।

प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट नमामि गंगे (जल जीवन मिशन) के तहत लोगों को स्वच्छ व फिल्टर पानी घर-घर पीने को मिलेगा। कुठौंद क्षेत्र के ग्राम कोटा मुस्तकिल में बीहड़ इलाके की तीन एकड़ जमीन चिह्नित की गई है। ऊबड़ खाबड़ होने के कारण जमीन का समतलीकरण किया जा रहा है। कोटा मुस्तकिल गांव में चिह्नित की गई तीन एकड़ जमीन में 24 एमएलडी क्षमता यानी एक एमएलडी में 10 लाख लीटर की क्षमता होती है। इस प्लांट में 126.52 करोड़ रुपये की लागत आएगी। नमामि गंगे योजना के सोशल एक्सपर्ट श्याम नारायन दुबे ने बताया कि योजना को धरातल पर लाने का काम शुरू कराया जा चुका है। परियोजना के तहत कुल 600 से अधिक पंप हाऊस बनाकर परियोजना को मार्च 2023 तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।

यमुना नदी से लिया जाएगा पानी :

यमुना नदी से मात्र दो किमी की दूरी पर बनने वाले प्लांट में यहीं से पानी लिया जाएगा। जिसको फिल्टर कर ग्रामीणों को मुहैया कराया जाएगा। ग्राम रायपुर, जुगराजपुर, भदेख, दिवारा, नैनापुर, चौथ, हसनपुर, देवन पुरवा आदि सहित इलाके के 83 गांवों को यहीं से फिल्टर युक्त पानी की पूर्ति की जाएगी। इंजीनियरिंग सर्वेक्षण का कार्य 80 प्रतिशत तक पूर्ण किया जा चुका है। विभागीय अधिकारियों ने किया निरीक्षण :

प्लांट की चिह्नित जगह का निरीक्षण करते हुए सोशल एक्सपर्ट ने बताया कि जेसीबी लगाकर ऊबड़ खाबड़ जमीन का समतलीकरण किया जा रहा है। इस मोके पर राज्य पेयजल मिशन जल निगम के नोडल अधिकारी योगेश जोशी, पीएमसी आरसी गुप्ता भी मौजूद रहे। प्लांट पर एक नजर

जमीन चिह्नित - तीन एकड़

क्षमता - 24 एमएलडी

लागत - 126.52 करोड़ रुपये

लाभान्वित गांव - 83

आच्छादित होने वाले कुल गांव - 853

घरों में कनेक्शन - 211925

लाभान्वित जनसंख्या - 1288177

टंकियों का निर्माण - 359

पाइप लाइन की लंबाई - 3597 किमी

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