सब्जियों की कीमत में फिर आया उछाल
जागरण संवाददाता उरई महंगाई कम होने का नाम नहीं ले रही है। सब्जियां कुछ समय के लिए सस्ती हुई लेकिन फिर से सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं। जिससे गरीब व मध्यम वर्ग के लोगों की रसोई का बजट बिगड़ गया है। सब्जी महंगी होने से लोगों की भोजन की थाली का स्वाद फीका हो गया है।
महंगाई
- थोक व फुटकर भावों में 8 से 10 रुपये का अंतर
- गरीब और मध्यम वर्ग महंगाई से हुआ परेशान
जागरण संवाददाता, उरई : महंगाई कम होने का नाम नहीं ले रही है। सब्जियां कुछ समय के लिए सस्ती हुई लेकिन फिर से सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं। जिससे गरीब व मध्यम वर्ग के लोगों की रसोई का बजट बिगड़ गया है। सब्जी महंगी होने से लोगों की भोजन की थाली का स्वाद फीका हो गया है।
अब से डेढ़ माह पूर्व सब्जियां कुछ सस्ती हो गई थीं जिससे लोग राहत महसूस कर रहे थे। दालें न सहीं तो सब्जी से काम चल रहा था लेकिन अब फिर से सब्जियां आसमान पर पहुंच गई हैं। आलू को छोड़ दिया जाए तो लगभग हर सब्जी महंगी है। हरी सब्जियां तो इतनी महंगी हैं कि लोग भाव सुनकर ही खरीदारी न करने का मन बना लेते हैं। महंगाई के चलते आम लोगों की रसोई का बजट बिगड़ चुका है। सब्जियों के साथ तेल, दालें, रिफाइंड सभी कुछ महंगा हो गया है। फिलहाल सब्जियों के भाव जल्दी कम होने की उम्मीद भी नहीं है। क्या कहते हैं थोक व्यापारी
डीजल महंगा होने से भाड़ा महंगा हो गया है। इसके साथ ही सब्जियों की आवक बाहर से इस समय कम हो रही है। जिससे सब्जियां कुछ महंगी है। बारिश के बाद सब्जियों के भावों में गिरावट आएगी।
पवनकांत, सब्जी व्यापारी सब्जी वर्तमान भाव थोक भाव
आलू 20 15
टमाटर 40 30
प्याज 25 20
लौकी 30 20
बैंगन 30 22
करेला 40 30
भिडी 30 25
परवल 60 45
कंदरू 40 30
शिमला 60 45
बींस 120 90
तरोई 40 25
पड़ोरा 90 65
नोट : भाव रुपये प्रति किलोग्राम में हैं।