दो मीटर धंसी फोरलेन ,हो सकता बड़ा हादसा

संवाद सूत्र डकोर उरई से राठ रोड मार्ग पर मोहाना गांव के पास सड़क दो मीटर धंस गई ह

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 11:58 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 11:58 PM (IST)
दो मीटर धंसी फोरलेन ,हो सकता बड़ा हादसा
दो मीटर धंसी फोरलेन ,हो सकता बड़ा हादसा

संवाद सूत्र, डकोर : उरई से राठ रोड मार्ग पर मोहाना गांव के पास सड़क दो मीटर धंस गई है। राहगीरों व वाहन चालकों के लिए यह किसी बड़े खतरे से कम नहीं है। पीडब्ल्यूडी विभाग की लापरवाही के कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

उरई से राठ मार्ग पर मोहाना गांव के पास राठ रोड फोरलेन पर बारिश के पानी से कटान हुई। कटान के कारण एक साइड की सड़क दो मीटर नीचे धंस गई है जिससे सड़क के किनारे पर एक बड़ा गड्ढा हो गया है। फोरलेन निर्माण का कार्य अभी चल रहा है। बारिस के कारण बंद हो गया था। इस सड़क से लोग राठ, हमीरपुर, महोबा, चित्रकूट जाते हैं और रोजाना हजारों की संख्या में वाहन निकलते हैं। दिन में तो वाहन चालकों की नजर इस गड्ढे पर पड़ जाती है लेकिन रात के समय यह गड्ढे दूर से दिखाई नहीं देता है जिससे कभी भी बड़ा या छोटा वाहन इसमें गिर सकता है जिससे जनहानि भी हो सकती है। लोगों ने पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों को इस संबंध में अवगत करा दिया है इसके बाद भी इसे ठीक नहीं कराया गया है। इस संबंध में एसडीएम सत्येंद्र सिंह का कहना है कि वह विभाग को पत्र लिखकर अवगत करा देंगे।

पहली ही बारिश में बह गया आठ लाख से बना नाला संवाद सहयोगी, जालौन : विकास खंड के ग्राम अकोढ़ी दुबे में जिला पंचायत से बना नाला पहली ही बरसात में टूट गया। ग्रामीणों ने नाले की गुणवत्ता पर उठाए सवाल तथा जांच की मांग की है।

अकोढ़ी दुबे में पानी की निकासी के लिए पंचायत भवन से मरघट तक लगभग 100 मीटर नाले का निर्माण कराया गया है। 15वें केंद्रीय वित्त आयोग योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2020-21 में लगभग 7 लाख 80 हजार रुपये की लागत से इस नाले का निर्माण कराया गया है। जिला पंचायत के माध्यम से कराए गए नाला निर्माण में मानकों की अनदेखी की गई। मानक के अनुरूप निर्माण न होने के कारण निर्माण के आधा माह बाद ही नाला टूट गया। ग्रामीण रवींद्र पाल, अनुराग, ब्रजेश पाल कहते हैं कि ठेकेदार शशिकांत ने नाले के निर्माण पर अनियमितता बरती है। नाले निर्माण के दौरान बेस नहीं बना गया है। सीधे दीवार खड़ी कर दी गई है। ग्रामीणों ने नाले की गुणवत्ता की जांच कराने की मांग की है।

chat bot
आपका साथी