तीसरी लहर के बचाव के लिए दिया प्रशिक्षण

जागरण संवाददाता उरई राजकीय मेडिकल कॉलेज में तीसरी लहर के मद्देनजर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया। प्राचार्य डॉ. डी नाथ की अध्यक्षता में शिशुरोग विशेषज्ञों ने अपनी-अपनी राय साझा की। जिससे कोरोना के कहर से लोगों को बचाया जा सके। डॉक्टर जीएस चौधरी (आचार्य एवं विभागाध्यक्ष बालरोग विभाग) व डॉक्टर शैलेंद्र गौतम (नोडल कोविड-19 व बाल रोग विभाग) के निर्देशन में पीडियाट्रिक आईसीयू में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को कोरोना (कोविड-19) की संभावित तृतीय लहर को ध्यान में रखकर प्रशिक्षण प्रदान किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 07:08 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 07:08 PM (IST)
तीसरी लहर के बचाव के लिए दिया प्रशिक्षण
तीसरी लहर के बचाव के लिए दिया प्रशिक्षण

जागरण संवाददाता, उरई : राजकीय मेडिकल कॉलेज में तीसरी लहर के मद्देनजर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया। प्राचार्य डॉ. डी नाथ की अध्यक्षता में शिशुरोग विशेषज्ञों ने अपनी-अपनी राय साझा की। जिससे कोरोना के कहर से लोगों को बचाया जा सके।

डॉक्टर जीएस चौधरी (आचार्य एवं विभागाध्यक्ष, बालरोग विभाग) व डॉक्टर शैलेंद्र गौतम (नोडल कोविड-19 व बाल रोग विभाग) के निर्देशन में पीडियाट्रिक आईसीयू में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को कोरोना (कोविड-19) की संभावित तृतीय लहर को ध्यान में रखकर प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिससे कि वे आकस्मिकता की स्थिति में संक्रमित शिशुओं व बच्चों के समुचित इलाज में भागीदार बन सके। प्राचार्य ने कर्मचारियों से कहा कि मरीजों की सेवा करने का अवसर सभी कर्मचारियों के लिए सुअवसर है, मरीजों के जीवन को बचाने में भागीदार बनने का है। इसलिए प्रशिक्षण में बताई जा रही हर जानकारी को बारीकी से समझे, न समझ आने पर पुन: पूछे एवं अपनी शंका का निवारण करें। इलाज में सावधानी बहुत आवश्यक है। साथ ही यह भी कहा कि बिना चिकित्सक के निर्देशों के वे स्वेच्छा से कोई भी कार्य न करें। इलाज के दौरान जरा सी लापरवाही से जान जा सकती है। चिकित्सकों व अधिकारियों से प्राप्त निर्देशों का कड़ाई से पालन करें। प्रशिक्षण में महत्वपूर्ण उपकरणों की दी जानकारी :

डा. छवि जायसवाल (सहायक आचार्य, बालरोग विभाग) ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रयोग होने वाले महत्वपूर्ण उपकरणों जैसे सक्सन पोर्ट, आक्सीजन पोर्ट, पल्स आक्सीमीटर की क्रिया विधि एवं बीपी मशीन, मानीटर इत्यादि की क्रिया विधि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। वहीं डा. धर्मेन्द्र (एसआर, बालरोग विभाग) ने एनआरवीएम (नान रीब्रिदिग मास्क), ग्लब्स, नेबुलाइजर, एचएफएनसी, लैरिन्सकोप, ग्लूकोमीटर, आक्सीजन मास्क (नेजल कैनुला), इन्फ्यूजन पम्प, पीडियाट्रिक ड्रिप पैक, नेबुलाइजेशन ड्रग, इत्यादि की विस्तार से जानकारी दी। स्टाफ नर्स अनुभा वत्स ने कर्मचारियों को हैंडवास का तरीका एवं डोनिग व डाफिग कैसे करनी है, इसके बारे में विस्तार से बताया। स्टाफ नर्स पूजा पाल ने आईसीयू में सभी उपकरणों के सैनिटाइजेशन के बारे में बताया। स्टाफ नर्स प्रीती कुमारी ने आक्सीजन थेरेपी में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों के बारे में जानकारी दी। स्टाफ नर्स ऋतु भाटी ने मरीजों में पर्सनल केयर, आई केयर, माउथ केयर, बैक केयर एवं फिजियोथेरेपी के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

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