- दो जगह टोल वसूली, फिर भी हाईवे की हालत खस्ता

संवाद सहयोगी कालपी लोगों को हाईवे पर सुहाना व सुगम सफर नहीं मिल पा रहा है। कानपुर से मुंबई हाईवे पर पहुंचते ही कालपी से उसरगांव तक हर कदम देख और संभलकर चलना मजबूरी है। क्योंकि यहां हाइवे पर हर किलोमीटर पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं जो हादसों को दावत दे रहे हैं। जरा सी चूक हादसे का कारण बन सकती है। यहां पर वाहनों की स्पीड पर ब्रेक लग जाता है। इन सब परेशानियों के बावजूद टोल वसूला जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 05:11 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 05:11 PM (IST)
- दो जगह टोल वसूली, फिर भी हाईवे की हालत खस्ता
- दो जगह टोल वसूली, फिर भी हाईवे की हालत खस्ता

संवाद सहयोगी, कालपी : लोगों को हाईवे पर सुहाना व सुगम सफर नहीं मिल पा रहा है। कानपुर से मुंबई हाईवे पर पहुंचते ही कालपी से उसरगांव तक हर कदम देख और संभलकर चलना मजबूरी है। क्योंकि यहां हाइवे पर हर किलोमीटर पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं जो हादसों को दावत दे रहे हैं। जरा सी चूक हादसे का कारण बन सकती है। यहां पर वाहनों की स्पीड पर ब्रेक लग जाता है। इन सब परेशानियों के बावजूद टोल वसूला जा रहा है।

नगर से गुजरा कानपुर मुंबई हाइवे में नगर में बने ओवर ब्रिज से उतरते ही वाहन चालकों को हाइवे पर गड्ढों से जूझना पड़ता है। ओवरब्रिज के बाद से लेकर उसरगांव तक हाइवे पर गड्ढे हैं और हाइवे प्राधिकरण इस ओर जरा भी ध्यान नहीं दे रहा है। आलम यह है कि जब बारिश में इन गड्ढों में जलभराव हो जाता है तो वाहन चालकों को गड्ढों की गहराई व चौड़ाई का पता नहीं चल पाता। रात में यह गड्ढे वाहन चालकों के लिए मुसीबत का कारण बन रहे हैं। उसरगांव के समीप हाइवे प्राधिकरण ने मरम्मत की थी उसके बाद फिर से हाइवे पर उसी जगह गड्ढे हो गए जहां पर मरम्मत की गई। इससे मरम्मत की गुणवत्ता की भी पोल खुल रही है। नगर से उसरगांव 12 किमी की दूरी तय करने में वाहनों को समय भी ज्यादा लगता है। इतनी परेशानी होने के बावजूद भी चमारी टोल प्लाजा पर टोल वसूला जा रहा है और हाइवे पर लोगों को सुगम सफर मुहैया नहीं हो पा रहा है।

सड़क दुरुस्त नहीं वसूल रहे टोल :

हाइवे प्राधिकरण की लापरवाही व लचर कार्य प्रणाली के कारण हाइवे की मरम्मत गुणवत्ता पूर्ण ढंग से नहीं करवा रहे हैं। लोगों को इन गड्ढों के बीच सफर करने में जहां परेशानी उठानी पड़ रही है। वहीं सौ किमी से कम दूरी पर दो-दो टोल प्लाजा पर शुल्क देना पड़ रहा है। जो नियमानुसार नहीं है। चमारी टोल प्लाजा के मैनेजर बिसन सिंह बताते हैं कि चमारी टोल प्लाजा से प्रतिदिन 6 से 7 हजार के बीच छोटे बड़े वाहन गुजरते हैं जिनसे लगभग 21 से 23 लाख रुपये प्रतिदिन वसूला जाता है। जबकि हाइवे प्राधिकरण को प्रतिदिन 30 लाख 43 हजार रुपये जमा करना पड़ता है। जिसके कारण टोल घाटे में चल रहा है। इधर लोगों को दो टोल प्लाजा पर टोल देने के बाद भी गड्ढों व जलभराव के बीच सफर करना पड़ रहा है। कोट

हाइवे पर स्ट्रैंथिग (मरम्मतीकरण) का कार्य चल रहा है। जल्द ही गड्ढों की सही कर सुगम सफर लोगों के लिए मुहैया कराया जाएगा।

डीएन तिवारी, जनसंपर्क अधिकारी हाईवे प्राधिकरण निर्माण इकाई

फोटो संख्या : 1, 2

chat bot
आपका साथी