सर्दी से बचाव को नहीं लगा टिनशेड, खुले में मवेशी

संवाद सहयोगी माधौगढ़ क्षेत्र की गोशालाएं अब बदहाली का शिकार होने लगी हैं। सरकार ने ठ

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 11:46 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 11:46 PM (IST)
सर्दी से बचाव को नहीं लगा टिनशेड, खुले में मवेशी
सर्दी से बचाव को नहीं लगा टिनशेड, खुले में मवेशी

संवाद सहयोगी, माधौगढ़ : क्षेत्र की गोशालाएं अब बदहाली का शिकार होने लगी हैं। सरकार ने ठंड के मौसम को देखते हुए बेसहारा पशुओं को ठंड से बचाव के लिए व चारा भूसा आदि व्यवस्था दुरुस्त कराने के आदेश दिए हैं। इसके बाद भी गोशालाओं में न तो चारा व पानी है और न ही सर्दी से बचाव के इंतजाम।

ग्राम चितौरा में किसानों की फसलों को बर्बादी से बचाने के लिए सरकार ने 2020-21 में 10 लाख रुपये की लागत से अस्थायी गोशाला बनवाई थी जिससे गांव में विचरण कर रहे बेसहारा पशुओं को बंद कर उनके खाने के लिए भूसा चारा व सर्दी से बचाव के लिए टीनशेड, तिरपाल आदि की व्यवस्था की थी। जिससे पशुओं को सर्दी से बचाया जा सके लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में बनी गोशाला में आधा सैकड़ा से अधिक जानवर हैं बाकी जानवर गांव व खेतों में घूम रहे हैं। गोशाला में बंद पशुओं के लिए प्रधान ज्ञानवती द्वारा कोई चारा भूसा का इंतजाम नहीं किया गया है। सर्दी से बचाव के लिए भी कोई त्रिपाल नहीं लगवाई गई है जिससे गोवंश खुले आसमान के नीचे रात के समय सर्दी में बैठे रहते हैं। जो जानवर खेतों में घूम रहे हैं वह फसलों को बर्बाद करने में लगे हैं फिर भी प्रधान व सचिव कोई व्यवस्था नहीं कर रहे हैं। किसान छुटकन व वीर सिंह ने कहा कि गोशाला में कोई भी इंतजाम नहीं हैं जिससे भूख प्यास से बेहाल जानवर बाहर निकलकर भोजन की तलाश में खेतों में घुस जाते हैं। अगर सर्दी से बचाव चारा पानी की व्यवस्था गोशाला में की जाए तो जानवर कहीं नहीं जाएंगे।

प्रधान को निर्देश दिए गए हैं कि बेसहारा पशुओं के लिए गोशाला में हर संभव इंतजाम किए जाएं नहीं तो कार्रवाई की जाएगी। वह स्वयं गोशाला का निरीक्षण करेंगे।

दीपक कुमार, बीडीओ

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