बारिश का समय, खुले में रखे ट्रांसफार्मर बने मुसीबत
जागरण संवाददाता उरई शहर के अंदर स्टेशन रोड पर ही पांच जगहों पर बिजली विभाग की लापरवाही के चलते खुले में रखे ट्रांसफार्मर हादसों को दावत दे रहे हैं। सड़क के किनारे लगे इन ट्रांसफार्मरों से कई बार हादसे भी हो चुके हैं। इसके बावजूद बिजली विभाग के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
जागरण संवाददाता, उरई : शहर के अंदर स्टेशन रोड पर ही पांच जगहों पर बिजली विभाग की लापरवाही के चलते खुले में रखे ट्रांसफार्मर हादसों को दावत दे रहे हैं। सड़क के किनारे लगे इन ट्रांसफार्मरों से कई बार हादसे भी हो चुके हैं। इसके बावजूद बिजली विभाग के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
सुरक्षा के लिए लोहे की जाली लगाई जाती है। लेकिन शहर के अधिकांश ट्रांसफार्मरों से जाली गायब हो चुकी है। लोगों में हादसे को लेकर हमेशा भय बना रहता है। जबकि चारों ओर का लोहे की जाली लगाने का आदेश प्रशासन ने दिया था। इसके बाद भी काम सही ढंग से नहीं किया जा रहा है। कुछ ट्रांसफार्मरों में जाली लगी भी है तो वह पूरी तरह से टूट चुकी है। शहर के स्टेशन रोड, पुराना रामनगर, बजरिया, जैसे प्रमुख मार्गों पर भी ध्यान न देना विभाग पर सवालिया निशान है। लोगों का दर्द
ट्रांसफार्मरों पर लोहे की जाली न होने से इनके आसपास खुले व टूटे बिजली के तार सड़क पर पड़े रहते हैं। जिससे बारिश के समय अधिक खतरा रहता है। राहगीरों को मजबूरी में वहां से गुजरना पड़ता है। ट्रांसफार्मरों से चिगारी निकलना व स्पार्किंग होना आम बात है।
अनिल गुप्ता शहर के अंदर खुले ट्रांसफार्मर हादसे को दावत दे रहे हैं। करंट लगने से कई पशुओं को अपनी जान से हाथ धोना पड़ चुका है। इसके बावजूद बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मचारी लापरवाह बना हुए हैं। बिना घेरेबंदी वाले ट्रांसफॉर्मर बरसात के मौसम में खतरनाक साबित हो जाते हैं।
विजय गोयल कोट
अधिकतर ट्रांसफार्मरों पर लोहे की जाली लगाई गई है अगर कोई रह गया है तो उसमें भी लोहे की जाली लगवा दी जाएगी। जल्द ही शिकायत को दूर कर दिया जाएगा।
मनोज कुमार, अधिशासी अभियंता