छोड़ा जा रहा तीन लाख क्यूसेक पानी, यमुना का बढ़ेगा जलस्तर
जागरण संवाददाता उरई यमुना का जलस्तर बढ़ने की संभावना बढ़ गई है। धौलपुर से तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। जिसको देखते हुए जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है और अधिकारी पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। जिससे कि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।
जागरण संवाददाता, उरई : यमुना का जलस्तर बढ़ने की संभावना बढ़ गई है। धौलपुर से तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। जिसको देखते हुए जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है और अधिकारी पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। जिससे कि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।
बुंदेलखंड में इस बार अधिक बारिश न होने की वजह से भले ही यह माना जा रहा था कि बाढ़ की संभावना नहीं हैं लेकिन मध्य प्रदेश व अन्य राज्यों के बांधों से पानी छोड़ा गया तो नदियां बढ़ सकती हैं। इसको लेकर जिला प्रशासन ने पहले ही तैयारी कर ली थी। अब तक यमुना बेतवा में जलस्तर नहीं बढ़ा था पर तीन लाख क्यूसेक पानी छेड़े जाने से जलस्तर बढ़ने की संभावना प्रबल हो गई है। जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। देर रात तक बढ़ सकता जलस्तर
यमुना का जलस्तर देर रात तक बढने की संभावना जताई जा रही है। जिसके लिए उपजिलाधिकारी ने चेतावनी जारी कर लोगों से नदी के किनारे व नदी में जाने से रोकने के निर्देश जारी किये है। हालांकि जल आयोग के मुताबिक जलस्तर सामान्य है। एसडीएम कौशल कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि ऊपरी क्षेत्र में अधिक बारिश होने की वजह से यमुना का जलस्तर निश्चित तौर पर बढ़ेगा। चंबल नदी का जलस्तर 132 मीटर तक बढ़ने की संभावना है। नदियों की तरफ न जाने की अपील
एसडीएम ने कहा कि लोग नदियों की तरफ जाने से परहेज करें। साथ ही नदी किनारे के गांवों के लोग भी पूरी तरह से सतर्क रहें। पशुओं को भी नदियों की तरफ जाने से रोकें। यह है केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट
केंद्रीय जल आयोग के रूपेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि बुधवार को यमुना का जलस्तर 96.8 मीटर दर्ज किया गया है। बीते तीन दिनों से जलस्तर 96 मीटर के आसपास ही है। हालांकि उन्होंने आशंका प्रकट की है कि आधी रात के बाद जलस्तर बढ़ सकता है। गांवों में मुनादी कराने के निर्देश
अलर्ट जारी होने के बाद बाढ़ राहत चौकियों को भी अलर्ट कर दिया गया है और एसडीएम ने यमुना पट्टी के सभी गांवों के लेखपाल प्रधानों को निर्देश दिये है कि वह अपने अपने गांव मे अलर्ट की मुनादी करवा दें। जिससे लोग नदी के किनारे न जाए कोट
- नदियों के जलस्तर पर नजर रखने के निर्देश जारी किए गए हैं। पहले ही सभी व्यवस्थाएं चाक चौबंद हैं। हर स्थिति से निपटने की तैयारी कर ली गई है।
पूनम निगम, अपर जिलाधिकारी धौलपुर से चंबल में पानी छोड़े जाने की रिपोर्ट आई है। चंबल में पानी आने से यमुना का जलस्तर भी बढ़ सकता है। जिसके लिए हर पल की रिपोर्ट ली जा रही है।
जीबी पांडेय, अधिशाषी अभियंता बेतवा नहर केंद्रीय जल आयोग के आंकड़े
96.8 मीटर बुधवार
96.19 मीटर मंगलवार
96.39 मीटर सोमवार
96.30 मीटर रविवार
यमुना का खतरे का निशान 108 मीटर