बारिश से बाजरा व ज्वार की पकी फसल हुई बर्बाद
जागरण टीम उरई जिले में किसान रबी की फसल की तैयारी कर रहे थे। रविवार की रात क
जागरण टीम, उरई : जिले में किसान रबी की फसल की तैयारी कर रहे थे। रविवार की रात को हुई बारिश के बाद जिन किसानों के पलेवा नहीं हुए थे उन्हें फायदा हो गया, लेकिन जिनकी बोआई हो गई थी उनको नुकसान उठाना पड़ रहा है। माधौगढ़ व कुठौंद क्षेत्र में तैयार खड़ी बाजरा व ज्वार की फसल बर्बाद हो गई है।
दिन में हुई बारिश से जिले के ज्यादातर किसानों को नुकसान ही पहुंचा है। हालत यह है कि जिले में किसी क्षेत्र में कम बारिश हुई तो किसी में ज्यादा इससे किसानों को नुकसान का आकलन ज्यादा है। जहां पर नलकूप नहीं चल पा रहे थे और खेतों में पलेवा नहीं हुआ था वहां का किसान नहर आने के इंतजार में था। रविवार की रात को हुई बारिश के बाद पलेवा की आस में बैठे किसानों को दोहरा फायदा हो गया है। एक तो उन्हें नलकूप से पानी नहीं लगाना पड़ा तो पैसे की बचत दूसरा अपने आप पानी बरसने से मेहनत भी नहीं करनी पड़ी। अब वह किसान सीधे पलेवा करके बोआई कर देंगे। इससे उनकी फसल भी अच्छे से तैयार होगी। बोए गए खेतों में हुआ नुकसान
इस बार बारिश अच्छी हुई थी और सितंबर के आखिरी सप्ताह में बंद भी हो गई थी, जिससे जिले के ज्यादातर किसानों ने खेतों को तैयार करके सरसों, चना, मसूर, मटर की बोआई कर दी थी। उनके बीज अंकुरित भी नहीं हो पाए थे कि बारिश होने से उनका बीज बर्बाद हो गया। इससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है। खड़ी फसलें हुईं बर्बाद
माधौगढ़ व कुठौंद क्षेत्र के ज्यादातर किसान बाजरा व ज्वार की फसलें करते हैं। उनके खेतों में पकी फसलें कटने के लिए तैयार खड़ी थीं। बारिश के साथ आई तेज हवाएं के कारण उनकी पकी फसल खेतों में ही बिछ गई है, जिससे उन्हें भारी नुकसान हुआ है। अब वह मुआवजा की आस ताकने लगे हैं। किसानों की बात बारिश हो जाने से खेतों में तैयार खड़ी बाजरा की फसल बर्बाद हो गई है। अब उन्हें आने वाली फसल की बोआई के लिए कर्जा लेकर काम करना पड़ेगा।
दर्शन सिंह
बारिश से कुछ क्षेत्रों को ही लाभ पहुंचा है। जिन खेतों में पानी भर गया है उनकी बोआई पिछड़ जाएगी जिससे कि पैदावार पर भी इसका असर पड़ेगा।
लालजी सिंह जिम्मेदार बोले माधौगढ़ व कुठौंद क्षेत्र में पकी खड़ी बाजरा व ज्वार की फसलें बर्बाद हो गई हैं। सरकार के निर्देश पर बर्बाद फसल का सर्वे कराकर किसानों का मुआवजा दिया जाएगा।
गौरव कुमार, जिला कृषि अधिकारी