श्रमदान से खोदा गया तालाब बन गया वरदान
संवाद सूत्र महेवा ग्राम पंचायत मलथुवा के मजरा गहपुरा का आदर्श तालाब गांव के लिए वरदान साबित हो रहा है। तालाब में पानी भरा रहने की वजह से गांव का जलस्तर गर्मियों में भी घटता नहीं है। इस तालाब के सुंदरीकरण के समय बाहर का पानी संचय करने के लिए इन लेट बनवाया गया है।
संवाद सूत्र, महेवा : ग्राम पंचायत मलथुवा के मजरा गहपुरा का आदर्श तालाब गांव के लिए वरदान साबित हो रहा है। तालाब में पानी भरा रहने की वजह से गांव का जलस्तर गर्मियों में भी घटता नहीं है। इस तालाब के सुंदरीकरण के समय बाहर का पानी संचय करने के लिए इन लेट बनवाया गया है।
गहपुरा की आबादी भले ही 12 सौ के लगभग है। मतदाता 475 लेकिन जल संचय के लिए इस गांव के लोग पहले से जागरूक रहे हैं। यहां के ग्रामीणों ने बताया की 50 वर्ष पहले जब गांव मैं दो-चार परिवार रहते थे उस समय गर्मियों में पानी की समस्या पैदा हो जाती थी। कुएं का पानी सूख जाने से कभी-कभी दूसरे गांव से पानी लाना पड़ता था। जब गांव की आबादी बढ़ी तो चार दशक पहले ग्रामीणों ने खुद श्रमदान करके तालाब खोद डाला और इस तालाब में बारिश का पानी एकत्रित होने लगा सन 1995 में सरकार ने तालाब के चारों ओर पक्का निर्माण करा कर तालाब का सुंदरीकरण करा दिया तब से इस तालाब की रंगत बदल गई और तालाब की वजह से अब इस गांव का जलस्तर गर्मियों में भी सामान्य रहता है। यहां के लोग तालाब के पानी को भी बर्बाद नहीं होने देते हैं इस तालाब में पशुओं के अलावा पक्षी भी पानी का सेवन करते हैं तथा जलविहार करके तालाब की सुंदरता बढ़ाते रहते हैं गांव के लोग इस तालाब को धरोहर मान चुके हैं। इसके संरक्षण के लिए हर कोई चितित रहता है। इतना ही नहीं ग्रामीण इसके रखरखाव के लिए सदैव प्रयासरत रहते हैं।