बीहड़ क्षेत्र में हाहाकार, सेना ने संभाला मोर्चा

संवाद सूत्र रामपुरा विकास खंड क्षेत्र में सिध पहूज व यमुना में आई प्रलयकारी बाढ़ ने बीहड़ क्षेत्र के बाशिदों का जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। बिलौड़ व कुसुपेरा गांव पूरी तरह से डूब चुके हैं। इसके साथ ही हालत बिगड़ने पर क्षेत्र में दो बटालियन सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन के निर्देशन पर सेना को बाढ़ प्रभावित इलाके में भेजा गया है। जो रात में ही अपना साजो सामान लेकर रामपुरा क्षेत्र में पहुंच गईं थी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Aug 2021 08:06 PM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 08:06 PM (IST)
बीहड़ क्षेत्र में हाहाकार, सेना ने संभाला मोर्चा
बीहड़ क्षेत्र में हाहाकार, सेना ने संभाला मोर्चा

संवाद सूत्र, रामपुरा : विकास खंड क्षेत्र में सिध, पहूज व यमुना में आई प्रलयकारी बाढ़ ने बीहड़ क्षेत्र के बाशिदों का जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। बिलौड़ व कुसुपेरा गांव पूरी तरह से डूब चुके हैं। इसके साथ ही हालत बिगड़ने पर क्षेत्र में दो बटालियन सेना ने मोर्चा संभाल लिया है।

जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन के निर्देशन पर सेना को बाढ़ प्रभावित इलाके में भेजा गया है। जो रात में ही अपना साजो सामान लेकर रामपुरा क्षेत्र में पहुंच गईं थी। शुक्रवार को सुबह से बाढ़ पीड़ित क्षेत्र से रेस्क्यू कार्य शुरु कर दिया गया है। बाढ़ से नादिया पार कि इलाके में भूरे का पुरा व मुल्ले का पुरा, किशनपुरा, कुसरेपुरा, निनावली, सिद्धपुरा, मिर्जापुरा, चांदनपुरा, भैलावली, डिकौली जागीर, मुहब्बतपुरा, बिहौड़ आदि गांव ज्यादा प्रभावित हैं। सेना के जवानों ने स्टीमर व नाव से रेस्क्यू तेज कर दिया है जिससे बाढ़ में फंसा ज्यादातर लोगों को बाहर निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए। नदिया पार के इलाकों में स्थिति चिताजनक है।

सेना ने रीनावली रोड आईटीआई कॉलेज के नीचे अपना कैंप लगाया है। सेना ने अपनी टीमों को कुसेपुरा, मुल्ले का पुरा, निनावली, मोहब्बतपुरा, बिलौड़, किशुनपुरा आदि गांव से ग्रामीणों का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। सेना की लगभग एक बटालियन अपनी सेवाएं दे रही हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन में 5 स्टीमरों से ग्रामीणों को बाढ़ वाले इलाके से निकला जा रहा है। एसडीएम सालिकराम, सीओ साजिदा नसरीन, थाना प्रभारी निरीक्षक जेपी पाल, कुंवरसिंह लेखपाल, ईओ राजीव कुमार आदि सहित प्रशासनिक अधिकारी लगातार भ्रमण कर रहे हैं। खाने पीने का प्रशासन ने नहीं किया इंतजाम

बिलौड़ निवासी रामखिलावन ने कहा है कि तीन दिनों से बिजली बंद है। सरकारी नल डूब गए हैं। शौच क्रिया के लिए जगह नहीं बची है। पीने योग्य पानी की भी समस्या गहराई है। जानवरों की भी सुरक्षा नहीं हो पा रही है। नदी का जलस्तर निरंतर बढ़ रहा है। प्रशासन के नाम पर ग्रामीणों की खैर खबर लेने के लिए कोई नहीं पहुंचा है। गांव में अभी भी 20 प्रतिशत लोग फंसे हैं और उनके खाने पीने की भी कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है। वह लोग भूख से मर रहे हैं और गृहस्थी बर्बाद हो चुकी है फिर भी प्रशासन की तरह से मदद नहीं मिल रही है। लापता की हो रही खोज

निनावली जागीर निवासी सेवानिवृत्त जवान वीर नारायण तिवारी 12 घंटे से गांव से लापता है। ग्रामीण तथा स्वजन खोजबीन जारी रखे हैं। उक्त व्यक्ति का अभी तक कोई सुराग नहीं लग सका है। प्रशासन किसी भी प्रकार का जवाब देने से कतरा रहे हैं। वह रात के समय गांव से ही गायब हो गया था। रेस्क्यू के लिए हेलीकाप्टर से ली जाएगी मदद

बचाव दल के एक सैनिक ने बताया कि नदी का बहाव अत्यधिक तेज होने के कारण जखेता तथा बिलौड़ गांव तक पहुंचने में असमर्थ हैं। ज्यादा प्रयास करने से स्टीमर को नुकसान भी हो सकता है और वह लोग भी नदी के तेज बहाव में फंस सकते हैं। इन गांवों के लोगों को बचाने के लिए हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया जा सकता है जिसकी मांग की गई है।

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