हवन पूजन के साथ मनाया गया गुरु पूर्णिमा का पर्व
जागरण संवाददाता उरई गुरु पूर्णिमा का पर्व शनिवार को भक्ति भाव के साथ मनाया गया। हवन पूजन और अनुष्ठान किए गए। भक्तों ने अपने-अपने गुरु की चरण वंदना कर आशीर्वाद प्राप्त किया। कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए सुबह से शाम तक धार्मिक कार्यक्रमों का दौर चलता रहा। इस दौरान कहीं भीड़ एकत्रित न होने पाए इसका भी पूरा ध्यान रखा गया।
जागरण संवाददाता, उरई : गुरु पूर्णिमा का पर्व शनिवार को भक्ति भाव के साथ मनाया गया। हवन पूजन और अनुष्ठान किए गए। भक्तों ने अपने-अपने गुरु की चरण वंदना कर आशीर्वाद प्राप्त किया। कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए सुबह से शाम तक धार्मिक कार्यक्रमों का दौर चलता रहा। इस दौरान कहीं भीड़ एकत्रित न होने पाए इसका भी पूरा ध्यान रखा गया।
सुबह से गुरु पूर्णिमा पर्व की तैयारी भक्तों ने शुरू कर दी। घरों में पूजा पाठ करने के साथ ही लोग मंदिरों में भगवान का दर्शन करने के लिए पहुंचे। प्राचीन ठड़ेश्वरी मंदिर में भोर में ही भगवान का श्रंगार कर उनकी आरती उतारी गई। इस दौरान भजन कीर्तन किए गए। इसके बाद भक्तों ने महंत सिद्धराम दास की चरण वंदना कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके साथ ही भक्तों को भंडारे का प्रसाद वितरित किया गया। देर शाम तक कार्यक्रम चलते रहे। लगभग सभी मंदिरों में लोग दर्शन व गुरु की पूजा करने के लिए पहुंचे। कई घरों में भगवान की कथा का श्रवण किया गया। कालपी रोड स्थित गायत्री शक्ति पीठ में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हवन पूजन किया गया। जिससे वातावरण भक्तिमय हो गया। वेद मंत्रों की ध्वनि वातावरण में गुंजायमान हो रही थी। कई हवन कुंड बनाए गए जिसमें मां गायत्री के भक्तों ने देवों को आहुतियां दीं। पूजा पाठ कर सभी भक्तों ने देवी गायत्री के चरणों में शीश नवाया। इसके उपरांत भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में भक्त प्रसाद ग्रहण करने के लिए पहुंचे। शाम तक धार्मिक आयोजन किए गए। इसके अलावा शिक्षण संस्थाओं में भी शिष्यों ने गुरु की वंदना कर आशीर्वाद लिया। इस मौके पर कुषमा द्विवेदी, रश्मि शुक्ला, शैलेंद्र पहारिया मौजूद रहे।