कालपी रोड पर फिर काबिज होने लगे अतिक्रमणकारी
जागरण संवाददाता उरई शहर में फुटपाथों का बुरा
जागरण संवाददाता, उरई : शहर में फुटपाथों का बुरा हाल है। अतिक्रमणकारियों की नजर इनको लग चुकी है। ऐसा कोई फुटपाथ नहीं है जिस पर अस्थाई रूप से दुकानदार काबिज न हों। इनको किसी का डर भय भी नहीं है। बानगी के तौर पर कालपी रोड को ही लें, कोरोना संक्रमण के कुछ दिनों पहले ही अतिक्रमण हटाया गया था जिस पर फिर से लोग काबिज होने लगे हैं।
फुटपाथों की हालत सुधरे भी तो कैसे, जिम्मेदारों का ध्यान इस तरफ जाता ही नहीं है। अगर कभी गया तो अभियान के नाम पर खानापूरी कर कर्तव्यों की इतिश्री कर ली जाती है। जिसका फायदा इन अतिक्रमणकारियों को मिलता है। शहर में जहां-जहां फुटपाथ हैं उनकी हालत कमोवेश एक जैसी है। कहीं चाट पकौड़ी के ठेले लगे होते हैं तो कहीं पर होटल संचालित हो रहे हैं। कालपी रोड पर चाय नाश्ते की दुकानों के अलावा बांस बल्ली वाले भी काबिज हैं। इनका व्यवसाय फुटपाथ से ही संचालित होता है। संचालक ऐसा साबित करते हैं कि यह सरकारी जमीन न होकर उनकी अपनी जागीर है। लोक निर्माण व पालिका ने हटवाया था अतिक्रमण
कोरोना संक्रमण के पहले लोक निर्माण विभाग और नगरपालिका ने कालपी रोड से अतिक्रमण हटवाया था। इसके बाद धीरे-धीरे फिर से अतिक्रमण होने लगा। इनको किसी बात का डर भय नहीं रह गया है। फुटपाथों व सड़कों के किनारे अतिक्रमण को लेकर जिम्मेदार भी शिथिल हैं।
सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे नहीं होने दिए जाएंगे। जिन लोगों ने सार्वजनिक स्थानों पर कब्जा कर रखा है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सुनील कुमार शुक्ला, सिटी मजिस्ट्रेट
सड़कों के किनारे जो भवन बने हुए हैं उनकी नाप जोख कर दायरा तय कर दिया गया था। इसके साथ ही दुकान संचालकों को भी सख्ती से साथ हटाया गया था। अगर फिर से काबिज हो रहे हैं तो कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
अभिनेष कुमार, अधिशाषी अभियंता, लोक निर्माण प्रांतीय खंड