जिले को जल्द मिल सकता पर्यटन का दर्जा
जागरण संवाददाता उरई जिले को पर्यटन का दर्जा मिलने की उम्मीद जल्दी पूरी हो सकती है। जिला
जागरण संवाददाता, उरई : जिले को पर्यटन का दर्जा मिलने की उम्मीद जल्दी पूरी हो सकती है। जिलाधिकारी ने इस दिशा में कई बेहतर प्रयास किए हैं। उन्होंने जनपद के ऐतिहासिक स्थलों का वीडियो तैयार करवाया। साथ ही शासन को प्रस्ताव भी भेजा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब पीटीसी मगरौल का लोकार्पण करने आए थे तो वीडियो को देख उन्होंने काफी सराहना की थी। जनप्रतिनिधियों ने भी इस दिशा में सक्रियता दिखाई है।
जनपद की ऐतिहासिक धरोहर देखने के बाद डीएम डॉ. मन्नान अख्तर ने जिले को पर्यटन का दर्जा दिलाने के प्रयास काफी पहले ही शुरू कर दिए थे। लोग यहां से स्थलों की जानकारी कर सकें, इसके लिए उन्होंने एक वेबसाइट भी लांच कराई है। जिले में पचनद, व्यास मंदिर, सूर्य मंदिर सहित दर्जनों ऐसे स्थल हैं, जो न सिर्फ पौराणिक हैं, बल्कि ऐतिहासिक महत्व के हैं। जिसको लेकर यहां के निवासी जिले को पर्यटन के रूप में विकसित करने की मांग करते आ रहे हैं। अगर जिला पर्यटन के क्षेत्र में विकसित हो जाएगा तो यहां का विकास होगा। तमाम धरोहरों के बाद भी जिले की उपेक्षा होती रही। किसी ने पर्यटन को लेकर सार्थक प्रयास नहीं किए। वर्ष 2018 से जिलाधिकारी ने इस ओर अपना प्रयास शुरू किया। जिससे अब काफी उम्मीदें की जा रही हैं।
जिले के प्रमुख ऐतिहासिक व धार्मिक स्थल :
कालपी का व्यास मंदिर, कालपी का चौरासी गुंबद, कालपी की लंका मीनार, सूर्य मंदिर, महर्षि पराशर की तपोस्थली परासन, पचनद, रामपुरा किला, रक्तदंतिका शक्ति पीठ, अक्षरा देवी शक्ति पीठ, शारदा माता शक्ति पीठ सहित और भी कई स्थल हैं।
बनवाई गई वेबसाइट :
लोग जालौन जिले की धरोहरों की जानकारी कर सकें, इसके लिए जिलाधिकारी ने जालौन टूरिज्म नाम से एक वेबसाइट लांच की है। जिसमें सभी ऐतिहासिक स्थलों के वीडियो और उनकी पूरी जानकारी समाहित की गई है।
पर्यटकों की लिए सुविधाएं बढ़ाने पर जोर :
जो पर्यटक यहां घूमने के लिए आएं और उनको सभी सुविधाएं मिल सकें इसके लिए खाका तैयार किया जा रहा है। लोगों को सुविधाएं मिलेंगी तो तो निश्चित तौर पर जिले को लाभ मिलेगा।