गोशाला बदहाल, फसल बर्बाद कर रहे अन्ना जानवर

संवाद सहयोगी माधौगढ़ उत्तर प्रदेश शासन की महात्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल गोशाला अब बदहाली की शिकार हो रही हैं। फसल कटने के बाद नगर पंचायत की गोशाला में बंद जानवरों को छोड़ दिया गया था जो अब खेतों में घुसकर फसलों को रौंद रहे हैं और सड़कों किनारे बैठकर हादसों का कारण बनते जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 05:39 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 05:39 PM (IST)
गोशाला बदहाल, फसल बर्बाद कर रहे अन्ना जानवर
गोशाला बदहाल, फसल बर्बाद कर रहे अन्ना जानवर

संवाद सहयोगी, माधौगढ़ : उत्तर प्रदेश शासन की महात्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल गोशाला अब बदहाली की शिकार हो रही हैं। फसल कटने के बाद नगर पंचायत की गोशाला में बंद जानवरों को छोड़ दिया गया था जो अब खेतों में घुसकर फसलों को रौंद रहे हैं और सड़कों किनारे बैठकर हादसों का कारण बनते जा रहे हैं।

नगर पंचायत में दो वर्ष पूर्व डिकौली रोड पर पांच लाख रुपये की लागत से गोशाला बनवाई थी। जिसमें 300 जानवरों को रखा गया था। रबी की फसल कटने के बाद गोशाला के सभी 300 जानवरों को गोशाला के बाहर छोड़ दिया गया था। इन जानवरों की देखरेख के लिए सात कर्मचारियों को लगाया गया था लेकिन अब गोशाला खाली पड़ी है। हालत यह है कि अब यह जानवर या तो किसानों की खरीफ की फसल बर्बाद कर रहे हैं या फिर सड़क किनारे बैठकर लोगों के लिए दुर्घटनाओं का सबब बने हुए हैं। हालत यह है कि इन जानवरों की वजह से कई बार बाइक चालक दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। नगर पंचायत ने अभी तक गोशाला में इन जानवरों को दोबारा बंद करने का कोई खाका तैयार नहीं किया है। इससे किसान खासे परेशान हैं। किसानों की बात

गोशाला बनने से किसानों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है। बेसहारा पशु तो बस्तियों व बाजारों व सड़कों, खेतों में बराबर घूम रहे हैं। फसल की बोआई शुरु हो गई है। अगर बाहर घूम रहे पशुओं को गोशाला में बंद कर दिया जाए तो फसल बर्बाद नहीं होगी और अच्छी पैदावार मिल सकती है।

कुंवर सिंह नगर पंचायत ने जो गोशाला बनाई है वह खाली है। बेसहारा पशु बाहर घूम रहे हैं। अगर सभी पशुओं को बंद कर दिया जाए तो किसानों की फसलों का नुकसान नहीं होगा। इसके साथ ही उनके चारा पानी की भी व्यवस्था होनी चाहिए जिससे वह भूख से न बिलबिलाएं।

राजू महतेले कोट

गोशाला में अभी एक सैकड़ा से अधिक पशु बंद हैं और दो सौ पशुओं की गोशाला में रखने की क्षमता है। शासन से एक दिन का 30 रुपये प्रति पशु मिलता है और जो भी पशु इधर उधर घूम रहे हैं उनकी भी गोशाला में व्यवस्था की जाएगी।

अमित नायक, ईओ नगर पंचायत

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