मातृ मृत्यु के सामाजिक कारणों को भी करें चिह्नित

जागरण संवाददाता उरई अपर निदेशक डॉ. वीके सिन्हा की अध्यक्षता में मंडलीय समीक्षा बैठक क

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 08:22 PM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 08:22 PM (IST)
मातृ मृत्यु के सामाजिक कारणों को भी करें चिह्नित
मातृ मृत्यु के सामाजिक कारणों को भी करें चिह्नित

जागरण संवाददाता, उरई : अपर निदेशक डॉ. वीके सिन्हा की अध्यक्षता में मंडलीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में मंडलीय परियोजना प्रबंधक ने पीपीटी के माध्यम से जनपद में गत माह में राष्ट्रीय कार्यक्रम, प्रजनन, महिला, नवजात शिशु, बाल एवं किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रमों में किए गए कार्यों पर चर्चा की गयी। साथ ही पिछली मीटिग में दिये गए दिशा निर्देशों पर चर्चा हुई।

इस बार का मुख्य विषय मातृ मृत्यु के कारणों का पता लगाकर उसके निराकरण पर कार्य करना था। मातृ मृत्यु के कारणों पर चर्चा करते हुए अपर निदेशक ने निर्देश दिये कि मातृ मृत्यु के चिकित्सीय कारणों के साथ-साथ उनके सामाजिक कारणों जैसे कि क्या समय से प्रसव पूर्व जांच के लिए आई या नहीं, क्यों नहीं आयी, घर में कैसा माहौल रहा, प्रसव के समय ही अस्पताल आयी तो इसके पीछे के क्या कारण थे आदि को चिन्हित किया जाए और उनसे निपटने की रणनीति बनाई जाए।

मृत्यु की दर को किया जाए कम

मातृ मृत्यु की दर को कम किया जाए। साथ ही प्रसव की संभावित तिथि के एक माह पूर्व संबंधित महिला की संपूर्ण जांच हुई है या नहीं यह सुनिश्चित कर लिया जाए। यदि जांच नहीं हुई तो उस तिथि से आगामी माह की नौ तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर उसकी संपूर्ण जांच कराना सुनिश्चित किया जाए।

मंडल में 85 की हुई मातृ मृत्यु

अप्रैल से अक्टूबर तक मंडल में 85 मातृ मृत्यु हो चुकी है। संयुक्त निदेशक डॉ. रेखा रानी ने अस्पतालों में होने वाले सामान्य व सिजेरियन प्रसव पर चर्चा की। साथ ही वित्तीय खर्चों की मदवार समीक्षा की।

chat bot
आपका साथी