संसाधनों को जूझ रहा जिला अस्पताल का मूक बधिर परामर्श केंद्र

केस एक जिला अस्पताल उरई के मूक बधिर परामर्श केंद्र में

By JagranEdited By: Publish:Fri, 11 Dec 2020 11:49 PM (IST) Updated:Fri, 11 Dec 2020 11:49 PM (IST)
संसाधनों को जूझ रहा जिला अस्पताल का मूक बधिर परामर्श केंद्र
संसाधनों को जूझ रहा जिला अस्पताल का मूक बधिर परामर्श केंद्र

केस एक

जिला अस्पताल उरई के मूक बधिर परामर्श केंद्र में हमीरपुर जिले के राहुल अपने मरीज का इलाज कराने आए थे। कान से कम सुनाई पड़ने के कारण ऑडियो मीटर मशीन की जरूरत थी। केंद्र में ऑडियो मीटर मशीन न होने के कारण उन्हें बैरंग लौटना पड़ा। केस दो

जिले के कदौरा गांव निवासी सत्येंद्र स्वयं के कान का इलाज कराने आए थे, इन्हें भी संसाधन न मिलने के कारण बगैर इलाज कराए ही वापस लौटना पड़ गया। सत्येंद्र तीसरी बार अपना इलाज कराने जिला अस्पताल आए थे। जागरण संवाददाता, उरई : यह दो केस एक बानगी है कि जिला अस्पताल के मूक बधिर परामर्श केंद्र में संसाधनों के क्या हालात हैं। रोजाना मरीज इलाज के अभाव में वापस लौट रहे हैं। यहां रोजाना 50 से अधिक मूकबधिर मरीज इलाज कराने के लिए आ रहे है। यहां सुविधा होने के कारण 100 किमी दूर से भी आने में मरीज संकोच नहीं करते हैं। यहां के जिम्मेदारों की मानें तो मरीजों की जांच करने वाली ऑडियो मीटर काफी दिनों से खराब है। इस कारण यह समस्या आ रही है। जबकि मरीजों का आरोप है कि जिम्मेदार लोग मरीजों की परेशानी नहीं समझ रहे हैं। छोटी-छोटी कमियों के कारण मरीजों को लाभ नहीं मिल रहा है। एक सप्ताह में इलाज के लिए आए मरीजों की संख्या

दिन - मरीज

शनिवार, 32

रविवार, 30

सोमवार, 50

मंगलवार, 18

बुधवार, 15

गुरुवार, 20

शुक्रवार, 30 - सीएमएस को पत्र लिखा गया है। एक माह हो गए हैं, लेकिन अभी तक मशीन नहीं आई है। जिसकी वजह से मरीज परेशान हो रहे हैं। समस्या का जल्द ही निस्तारण कराया जाएगा।

- डॉ. समीक्षा प्रभारी मूक बधिर परामर्श केंद्र, जिला अस्पताल उरई - मूक बधिर के लिए जो ऑडियो मशीन खराब हुई है। उसे कंपनी में दोबारा भेज दिया गया है। एक सप्ताह के अंदर आने की संभावना है। इसके बाद मरीजों को परेशान नहीं होना पड़ेगा।

- डॉ. अजय कुमार सक्सेना, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक

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